गजसिहपुर सड़कों पर खड़े यात्री करते हैं बसों का इंतजार:8वर्षो से बस स्टैंड को राशि न मिलने से निर्माण अधर में:जगह खरीदने के बावजूद जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा

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गजसिहपुर. यहां से पदमपुर व श्री गंगानगर तथा रायसिंहनगर, अनूपगढ़ व बीकानेर के लिये राज्य परिवहन निगम की सीधी बसें जाती है जो श्रीगंगानगर मुख्यालय से बीकानेर तक राजमार्ग होने से यात्रियों को आने जाने की सुविधा है व श्रीकरणपुर से रायसिंहनगर प्राईवेट रुट भी वाया गजसिहपुर होने से बसों की सुविधायें है । प्रतिदिन इस‌ कस्बे व ग्रामीण क्षेत्रों से सैंकड़ों यात्री इन बसों में यात्रा करते हैं। इनमें महिलायें व बीमार तथा  वृद्ध यात्री भी होते हैं परन्तु हैरत की बात है कि तीन चार सड़कों के मार्ग व सैंकड़ों यात्रियों के बावजूद कस्बे में बस स्टैंड तक नहीं है व यात्रियों को सड़कों पर खड़े होकर बसों का इंतजार करना पड़ता है व सड़कों पर भीड़ जमा हो जाती है।बस स्टैंड न होने से सड़कों पर बसों का ठहराव नहीं होता क्योंकि बस को खड़ा रखने  की जगह  ही नहीं है । यात्रियों  को चलती बसें रोककर चढ़ना पड़ता है  जो मात्र  एक दो मिनट ही रूकती है।   यात्रा के लिए आये बीमार व वृद्ध व्यक्तियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ती है क्योंकि सड़कों पर न बैठ सकते व नहीं किसी प्रकार की सुविधा उपलब्ध है।धूप, बारिश व आंधी व खराब मौसम में वहां न कोई सिर ढकने या मौसम बचाव के लिए शेड या अन्य कोई साधन ही उपलब्ध है। लगभग 8वर्ष पूर्व राज्य में भाजपा सरकार व नगरपालिका में भाजपा बोर्ड होने पर तत्कालीन विधायक व मंत्री सुरेंद्र पाल सिंह टीटी ने पदमपुर रोड पर सार्वजनिक निर्माण विभाग के  विश्राम गृह की भूमि निर्धारित दर पर विभाग से बस स्टैंड के लिये नगरपालिका को खरीद कराई व विधायक कोटे से कुछ निर्माण शुरू कराया तथा लगभग पच्चीस लाख रूपये विधायक कोटे से व लगभग पंद्रह लाख रूपये सांसद कोटे से दिलवाने की घोषणा की परंतु भूमि के इंतकाल व अन्य कानूनी औपचारिकताएं पूरी नहीं होने से घोषित राशि बस स्टैंड को नहीं मिली व बाद में विधानसभा चुनावों में सुरेंद्र पाल सिंह टीटी व गुरमीतसिंह कुन्रर दोनों ने ही बस स्टैंड बनाने की घोषणा की व सुरेंद्र पाल सिंह टीटी पराजित होने से विधायक  कोटे से यह राशि नहीं दे पाये व कांग्रेस राज आने पर विधायक गुरमीत सिंह कुन्रर ने बस स्टैंड को पांच साल में कोई राशि नहीं दी न बस स्टैंड का कोई निर्माण शुरू करवाया। स्थानीय नगरपालिका ने तीन बार प्रस्ताव बनाकर विधायक के पास भेजा। इसमें 80फूट का हाल व आफिस तथा कियोस्क व विश्राम गृह तथा चारदीवारी वगैरह शामिल हैं परन्तु इन प्रस्तावों की तरफ न कोई ध्यान दिया गया न बस स्टैंड का निर्माण शुरू हो पाया।बस स्टैंड नहीं होने से यात्री परेशान हैं व उन्हें सड़कों पर खड़े होकर बसों को रोकना पड़ता है।

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