कोटा। चम्बल नदी में टर्बीडिटी (गंदलेपन) में वृद्धि होने के कारण 650 एनटीयू तक पहुँच गई है। जिसके कारण 130 एम.एल.डी. जल शोधन संयत्र सकतपुरा पर जलशोधन क्षमता प्रभावित होने से 50 प्रतिशत जल उत्पादन ही हो पा रहा है। इसके कारण सामान्य दिनों की भांति जलापूर्ति किया संभव नहीं है। अधिशाषी अभियंता नगर खंड द्वितीय श्याम माहेश्वरी ने बताया कि 130 एम.एल.डी. जल शोधन संयत्र सकतपुरा से जलापूर्ति किए जाने वाले क्षेत्र नदी पार सम्पूर्ण सकतपुरा, नान्ता, बालिता, सम्पूर्ण कुन्हाडी, बड़गांव जोन, सम्पूर्ण बून्दी रोड़ क्षेत्र, शम्भूपुरा जोन, नयाखेड़ा, नयापुरा, सिविल लाइन्स, लाडपुरा, खाईरोड़, खण्ड गांवड़ी, दोस्तपुरा, आर्मी क्षेत्र, खेड़लीफाटक, नालारोड़, जनकपुरी, गुरूद्वारा रोड़, भीमगंजमण्डी, डडवाड़ा, सम्पूर्ण स्टेशन क्षेत्र, कैलाशपुरी जोन, भदाना जोन, काला तालाब जोन, सोगरिया जोन, आकाशवाणी कॉलोनी, सरस्वती कॉलोनी, पुलिस लाईन रोड़ की समस्त कॉलोनियां, आर.के. नगर, शिव नगर, बोरखेड़ा जोन, बारां रोड़, नया नोहरा जोन, चन्द्रेसल जोन, रोटेदा, रायपुरा जोन के उपभोक्ताओं से अपील की है कि जल की गुणवत्ता में सुधार नहीं होने तक आवश्यक मात्रा में पेयजल का संग्रहण करके रखें।
कोटा: जलशोधन संयंत्र पर असर, पेयजल आपूर्ति सीमित: नागरिक करें जल संग्रहण टर्बीडिटी पहुंची 650 एनटीयू, सकतपुरा संयंत्र से जल उत्पादन प्रभावित
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