श्रीगंगानगर। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव गजेन्द्र सिंह तेनगुरिया (अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश) ने गुरूवार को तालुका क्षेत्र सूरतगढ़ के उपकारागृह का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उपकारागृह के बेरकों का निरीक्षण करके बंदियों को दी जाने वाली मूलभूत सुविधाओं को देख कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। निरीक्षण के दौरान उपकारागृह रसोई का निरीक्षण करके भोजन की गुणवत्ता परखने, बंदियो से भोजन की गुणवत्ता के सम्बंध में जानकारी लेने के बाद बंदियों के साथ सम्पर्क सभा में समस्याओं की जानकारी लेकर मिल रही मूलभूत सुविधाओं के बारे में चर्चा करके आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव गजेंद्र सिंह तेनगुरिया ने बंदियों को विधिक अधिकारों की जानकारी देते हुए कहा कि जेल में बन्द रहने के दौरान उनके पास कौन कौनसे विधिक अधिकार होते हैं। सभी बंदियों से उनके अधिवक्ता के बारे में भी पूछा गया और बताया कि जो बंदी कोई निजी अधिवक्ता करने में सक्षम नहीं है, वह प्रार्थना पत्र के जरिए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्रीगंगानगर एवं तालुका विधिक सेवा समिति, सूरतगढ़ में आवेदन कर सकते हैं, तो प्रार्थी को तुंरत अधिवक्ता उपलब्ध करवाया जाएगा, जो प्रार्थी की ओर से न्यायालय में पैरवी करेगा एवं इसके लिए प्रार्थी से किसी भी प्रकार का शुल्क भी नहीं लिया जाता है।
स्कूल में विधिक शिविर का आयोजन
हर्ष कॉनवेंन्ट स्कूल सूरतगढ़ में बच्चों को समाज में विद्यमान कुप्रथाओं के प्रति जागरूक करने एवं बाल विवाह की रोकथाम हेतु बच्चों में जागरूकता लाने के लिए विधिक शिविर का भी आयोजन किया गया। शिविर के मुख्य अतिथि अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश गजेन्द्र सिंह तेनगुरिया, बाल अधिकारिता विभाग श्रीगंगानगर के सहायक निदेशक राजीव जाखड़, सहायक निदेशक, बाल कल्याण समिति श्रीगंगानगर के अध्यक्ष जोगेन्द्र कौशिक, सदस्य बाल कल्याण समिति श्रीगंगानगर डॉ. रामप्रकाश शर्मा, हर्ष कन्वेंट स्कूल के चेयरमैन जिला लोकपाल अनिल धानुका आदि ने विचार व्यक्त किए।
शिविर के दौरान जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव ने बच्चों को विधिक अधिकारों के बारे में भी जागरूक करते हुए वर्तमान में हमारे समाज में प्रचलित बाल विवाह जैसी कुप्रथा को समाप्त करने के लिए विद्यार्थियों को जागरूक किया एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा प्रचलित पीडित प्रतिकार योजना के बारे में भी जानकारी दी। शिविर में बाल विवाह की रोकथाम हेतु बच्चों को शपथ भी दिलवाई।
इस अवसर पर अतिथि बाल अधिकारिता विभाग श्रीगंगानगर के सहायक निदेशक श्री राजीव जाखड़ ने बच्चों को गुड टच एवं बेड टच के बारे में भी बताया और कहा कि अगर आपके साथ या आपके आस पास ऐसी कोई घटना होते हुए दिखे तो तुरंत 1098 नम्बर पर कॉल कर इसकी जानकारी देवें ताकि ऐसी घटना के सम्बंध में तुरंत कार्यवाही की जा सके। शिविर में बच्चों को उनके अच्छे स्वास्थ्य, अच्छी शिक्षा, अच्छे संस्कारों के लिए भी प्रोत्साहित किया। इसके साथ ही बच्चों को नशे की प्रवृत्ति से दूर रहने, खेल कूद में ज्यादा से ज्यादा भाग लेने, योग क्रिया में भाग लेने एवं अच्छी शिक्षा ग्रहण कर समाज में एक अच्छे नागरिक बनने के लिए भी उत्साहित किया गया।
शिविर के दौरान विद्यालय के प्रिंसिपल अमृत प्रकाश सिंह, तालुका विधिक सेवा समिति सूरतगढ़ के तालुका सचिव विनोद भाटी, पैनल अधिवक्ता तुषार कामरा, पीएलवी राजेश कुमार पारीक, विद्यालय स्टाफ एवं विद्यार्थिगण उपस्थित रहकर शिविर को सफल बनाने में अपना सहयोग प्रदान किया।
एडीजे ने किया सूरतगढ़ के उपकारागृह का निरीक्षण
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