खान, पेट्रोलियम एवं गोपालन विभाग मंत्री के प्रयासों से जिले को मिली माइनिंग यूनिवर्सिटी की सौगात,

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प्रदेष की प्रथम माइनिंग यूनिवर्सिटी के लिए सीसवाली में निषुल्क भूमि आवंटित,
जिले बनेगा एजुकेषन हब, 200 करोड़ का होगा निवेष, देषभर के विद्यार्थी षिक्षा के लिए आएंगे

बारां। खान पेट्रोलियम एवं गोपालन विभाग मंत्री प्रमोद जैन भाया के प्रयासों से जिले को माइनिंग यूनिवर्सिटी की सौगात मिली है इससे जिले में एजुकेषन हब बनने का मार्ग प्रषस्त होगा और देषभर के विद्यार्थी माइनिंग इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्र की षिक्षा के लिए यहां एडमिषन लेंगे।
भाया के अनुसार जिले के सीसवाली में स्थापित होने वाली माइनिंग यूनिवर्सिटी राजस्थान सरकार का राजकीय उपक्रम राजस्थान स्टेट माईन्स एवं मिनरल स्थापित करेगा। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री अषोक गहलोत से आषीर्वाद प्राप्त कर बारां जिले के लिए माइनिंग यूनिवर्सिटी की महत्वपूर्ण घोषणा करवाई गई है इससे 200 करोड़ के निवेष के माध्यम से बारां जिला सम्पूर्ण देष में माइनिंग की षिक्षा के क्षेत्र में अहम स्थान पर स्थापित होगा। यह प्रदेष सहित बारां जिले के लिए विकास के क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
माइनिंग यूनिवर्सिटी से लाभ-
राजस्थान भारत के खनिज बाहुल्य क्षेत्रोें में अग्रणी राज्य है और विभिन्न प्रकार के मूल्यवान खनिजों का खनन प्रदेष में होता है। इतना खनिज एवं इससेे संबंधित उद्योग होते हुए भी प्रदेष में माइनिंग का कोई विष्वविद्यालय नही है। माइनिंग का विष्वविद्यालय बनने से खनिज अन्वेषण के साथ-साथ खनिज की नई तकनीकों एवं नए खनिज से संबंधित उद्योगों की स्थापना एवं निवेष के नये आयाम स्थापित होंगे। प्रदेष में माइनिंग की कोई यूनिवर्सिटी नही है, हालाकि प्रदेष कई इंजीनियरिंग कॉलेज में माइनिंग के कोर्स करवाए जाते है लेकिन पूर्ण तरह से माइनिंग क्षेत्र को समझने के लिए कोई विष्वविद्यालय नही होने से इस क्षेत्र को वह हक नही मिल पाया जिसका वह हकदार है। जिले में अब अथक प्रयासों से भूमि चिन्हीकरण कर राज्य सरकार से उस भूमि की स्वीकृति प्राप्त कर 29 अगस्त 2023 को 25 हैक्टेयर भूमि माइनिंग यूनिवर्सिटी के लिए आवंटित होने के आदेष जारी हो गए और जल्दी ही इस यूनिवर्सिटी का निर्माण कार्य प्रारंभ हो जाएगा।
उल्लेखनीय है कि विगत 4 वर्षों में खान मंत्री प्रमोद जैन भाया द्वारा संबंधित विभाग द्वारा कई नवाचार करवाए गए है जिसके तहत खनिज खोज ट्रस्ट की स्थापना की गई। राज्य में महत्वपूर्ण खनिज जैसे पोटाष, रेयरअर्थ, चांदी आदि की खोज संबंधी कई नवाचार हुए। इसी क्रम में खनिज राजस्व को अब तक के इतिहास में सर्वाधिक उंचाई तक पहुंचाया गया है। भारत सरकार द्वारा भी राज्य के खनिज विभाग को बेहतरीन कार्य के लिए पुरस्कृत किया गया है।
इसी क्रम में संभागीय आयुक्त कोटा डॉ. प्रतिभा सिंह ने बारां जिले में माइनिंग यूनिवर्सिटी के लिए खान व भू विज्ञान विभाग हेतु जिले के ग्राम सीसवाली तहसील मांगरोल में 25 हेक्टेयर भूमि निषुल्क आवंटन संबंधी आदेष जारी किए है। खान एवं भू विज्ञान विभाग को माइनिंग यूनिवर्सिटी के लिए ग्राम सीसवाली तहसील मांगरोल की आराजी खसरा संख्या 2363 रकबा 10.61 हैक्टेयर में से 7.89 हैक्टेयर, खसरा संख्या 2364 रकबा 7.67 में से 4 हैक्टेयर, खसरा संख्या 2365 रकबा 21.72 हैक्टेयर में से 2 हैक्टेयर, खसरा 1439 रकबा 9.96 हैक्टेयर, खसरा संख्या 1443 रकबा 0.62 हैक्टेयर, खसरा संख्या 1444 रकबा 0.33 हैक्टेयर, खसरा संख्या 1445 रकबा 0.20 हैक्टेयर कुल किता 7 रकबा 25 हैक्टेयर भूमि निषुल्क आवंटित की गई है।
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