सीकर। भारत की कमने प्रद्यबतायकम्युनिस्ट पार्टी( मार्क्सवादी) की ओर से प्रधान जी के जाव में आयोजित सम्मेलन में पार्टी के 24 में राष्ट्रीय महासम्मेलन की रिपोर्टिंग करते हुए पार्टी की राष्ट्रीय नेता पूर्व पोलित ब्यूरो सदस्या पूर्व राज्यसभा सांसद कामरेड वृंदा कारात करात ने कहा है की पार्टी के राष्ट्रीय महाधिवेशन का मुख्य नारा है कि हम देश में पार्टी की स्वतंत्रत ताकत को बढ़ाएं तभी हम सांप्रदायिक तत्वों का मुकाबला करते हुए भारतीय जनता पार्टी को राजसत्ता से दूर कर सकते हैं! कामरेड वृंदा करात ने कहा कि आज मोदी सरकार पूंजीपति वर्ग के इशारों पर चल रही है देश के तमाम संसाधन अदानी और अंबानी को लूटा रही है! और इस लूट से त्रस्त आम जनता कहीं संगठित होकर संघर्ष के रास्ते पर नहीं उतर जाए इसलिए मोदी सरकार देश में सांप्रदायिक वातावरण बनाकर के मेहनतकशो को बांट रही है! ताकि मेहनत कश का गुस्सा अडानी अंबानी के खिलाफ संगठित ना हो सके! हमारी पार्टी का मुख्य लक्ष्य है आम गरीब मजदूर मेहनतकश और किसान को संगठित करके हम देश में अडानी अंबानी सहित तमाम पूंजीपतियों की लूट को रोकना है इसीलिए हमें सांप्रदायिकता के खिलाफ लड़ते हुए मेहनतकश मजदूर और किसानो को संगठित करके पूंजीपतियों की लूट के खिलाफ एक व्यापक आंदोलन का निर्माण करना होगा!इसके लिए हमें गांव और शहर के आम गरीब तक जाना होगा और उसे पुंजीपतियो की लूट के खिलाफ संगठित करना होगा!
भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के पोलितब्यूरो सदस्य और सांसद अमराराम ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि आम जनता, मेहनतश वर्ग, मजदूर किसान के सामने जहां भी समस्याएं हैं जिन भी मुद्दों से मेहनतकश त्रस्त है उन मुद्दों को उठाकर के इन मुद्दों पर व्यापक संघर्षों का निर्माण करना ही हमारा मुख्य लक्ष्य है आने वाले वक्त में इस लक्ष्य को गांव-गांव तक लेकर के जाना है! पार्टी राज्य सचिव किशन पारीक ने कहां कि व्यापक स्वतंत्र राजनीतिक ताकत का निर्माण हमें करना होगा! आज की मीटिंग की अध्यक्षता मंगल सिंह मांडोता ने की! मीटिंग का संचालन करते हुए माकपा के जिला सचिव पूर्व विधायक पेमाराम ने कहा कि 16 जून से 10 जुलाई तक सीकर जिले के प्रत्येक गांव मे पार्टी सदस्य और पार्टी के समर्थकों के बीच पार्टी के राष्ट्रीय महासम्मेलन के आव्हान को एक अभियान के रूप मैं लेकर जाएंगे! आज के सम्मेलन में हरफूल सिंह, रूघाराम, सुभाष नेहरा, राम रतन बगड़िया, पन्ना लाल मांडोता, सुभाष जाखङ, रामप्रसाद जांगिड़ ,सागर खाचरिया,रूङसिह महला, सत्यजीत भींचर पूरन सिंह शेखावत,पंकज डोगीवाल, बेगाराम ,उदाराम थौरी, सरोज भींचर , सुनिता, उस्मान खान प्रधान,बनवारी नेहरा, हेमेंद्र महला,झाबर काजल अब्दुल कलाम कुरैशी विजेन्द्र ढाका,सलीम चौहान सनवर चौहान, चमन रॉयल महावीर राड केसाराम धायल सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे!