असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने बुधवार को कहा कि राज्य सरकार गोलाघाट जिले के नुमालीगढ़ में देवपहर पुरातात्विक स्थल के संरक्षण और विकास के लिए कदम उठाएगी। मुख्यमंत्री ने 11वीं शताब्दी के इस स्थल का दौरा किया और गोलाघाट जिला आयुक्त को इस स्थल के उचित संरक्षण और संवर्धन के लिए एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने का निर्देश दिया।
माना जाता है कि यह स्थल 10वीं और 11वीं शताब्दी के बीच का है, तथा इसमें पत्थर की उत्कृष्ट नक्काशीदार पौराणिक प्रतिमाएं हैं। यह मंदिर अपने आप में इस क्षेत्र की समृद्ध स्थापत्य विरासत का प्रमाण है।शर्मा ने कहा कि ये प्रतिमाएं न केवल उच्च स्तर की कलात्मक परिष्कृतता को प्रकट करती हैं, बल्कि उस समय की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक प्रकृति को भी रेखांकित करती हैं। मुख्यमंत्री के साथ इस दौरे में कृषि मंत्री अतुल बोरा, पर्यटन मंत्री जयंत मल्ला बरुआ, काजीरंगा से भाजपा सांसद कामाख्या प्रसाद तासा तथा जिले और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।