भीलवाडा। भारत सरकार द्वारा बाल विवाह मुक्त भारत अभियान की शुरूआत की गई। बाल अधिकारिता विभाग एवं जिला बाल संरक्षण इकाई द्वारा देव नारायण राजकीय बालिका आवासीय विद्यालय तेली खेड़ा में बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के तहत जिला स्तरीय कार्यक्रम एवं जागरूकता गतिविधि आयोजित की गई।
कार्यक्रम में सहायक निदेशक बाल अधिकारिता विभाग एवं जिला बाल संरक्षण इकाई मोहम्मद अशफाक खान ने बताया गया कि भारत सरकार द्वारा बाल विवाह जैसे अभिशाप की रोकथाम के लिए आज पूरे देश में बाल विवाह मुक्त अभियान का आरंभ किया जा रहा है। बाल विवाह मुक्त भारत अभियान माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वर्ष 2047 तक ’विकसित भारत’ की भविष्य दृष्टि से प्रेरित है। बाल विवाह मुक्त अभियान देश भर में युवा लड़कियों के सशक्तिकरण के सरकार के प्रयासों का प्रमाण है। यह प्रगतिशील और समतापूर्ण समाज सुनिश्चित कर हर बच्चे की क्षमता को पूर्णता से साकार करेगा।
सहायक निदेशक ने बालिकाओं को बाल विवाह मुक्त के लिए शपथ दिलवायी। बाल विवाह कि रोकथाम के लिए चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 पर सूचना दी जा सकती है। सूचना देने वाले का नाम गोपनीय रखा जाता है।
बाल कल्याण समिति अध्यक्ष चंद्रकला ओझा ने बताया कि बाल विवाह एक अभिशाप है जिसके कारण बच्चे शिक्षा से वंचित हो जाते है, बाल विवाह मुक्त के लिए सभी को सहयोग करना चाहिए। बाल कल्याण समिति सदस्य विनोद राव ने बताया कि अगर किसी का बाल विवाह हो गया हो तो बाल विवाह को शून्य करवाने के लिए बाल कल्याण समिति में प्रस्तुत हो कर बाल विवाह शून्यकरण करवाया जा सकता हैं।
भारत सरकार द्वारा आयोजित बाल विवाह मुक्त भारत कार्यक्रम का लाइव टेलीकास्ट किया गया। इस गतिविधि के तहत नशा मुक्तिकरण की भी जानकारी दी गई।
इस दौरान प्रधानाचार्य मानाराम गुर्जर, चाइल्ड हेल्पलाइन के परियोजना समन्वयक हेमंत सिंह सिसोदिया, केस वर्कर सुमन साहू मौजूद रहे।