नई दिल्ली। हम हमेशा से सुनते आए हैं कि शरीर को स्वस्थ्य रखने के लिए भरपूर मात्रा में पानी पीना आवश्यक है। खासकर गर्मियों के मौसम में ऐसा करना अतिआवश्यक हो जाता है। प्यास लगने पर तो हम सभी पानी पीते हैं, लेकिन तब तक शरीर डिहाइड्रेट हो चुकी होती है, जिसकी वजह से हमारे दिमाग तक पानी की मांग के संकेत पहुंचते हैं। डॉक्टर और स्वास्थ्य विशेषज्ञ गर्मी के महीनों में शरीर को उचित मात्रा हाइड्रेशन देने पर जोर देते हैं, क्योंकि इससे कई अन्य लाभ भी होते हैं। गर्मियों में हमारे जल्दी डिहाइड्रेट होने का कारण अधिक पसीना आना, जिसकी वजह से शरीर से तेजी से पानी निकलता है। इसलिए इस मौसम फिट रहने के लिए सबसे आसान और सटीक तरीका है खूब पानी पीना। हालांकि, गर्मियों में हाइड्रेटेड रहने से केवल हीट स्ट्रोक से बचने में मदद नहीं मिलती, बल्कि इसके कई अन्य स्वास्थ्य लाभ भी हैं। तो चलिए जानते हैं इनके बारे में।
गर्मी में हाइट्रेटेड रहने के फायदे
मसल के लिए फायदेमंद
डिहाइड्रेशन व्यायाम के दौरान मांसपेशियों की थकान और चक्कर का कारण बन सकता है। पर्याप्त मात्रा में लिक्विड का सेवन करने से न केवल जोड़ों को फायदा मिलता है, बल्कि पानी मांसपेशियों तक ऑक्सीजन पहुंचाने का भी काम करता है। इसके अलावा पानी की मदद से मेटाबॉलिज्म वेस्ट को हटाने में भी मदद मिलती है और शरीर के तापमान को नियंत्रित रखने में आसानी होती है।
दिल के लिए फायदेमंद
डिहाइड्रेशन खून की मात्रा को कम कर सकता है, जिससे पूरे शरीर में रक्त और ऑक्सीजन को प्रसारित करने के लिए हृदय को अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है। इससे दैनिक के कार्यों जैसे चलना या सीढ़िया चढ़ने में मुश्किल आ सकती है। इससे थकान बढ़ती है और गर्मी के मौसम में ये सुस्ती बढ़ सकती है।
शरीर के तापमान को नियंत्रित करे
मेटाबॉलिज्म एक केमिकल प्रक्रिया है, जो शरीर में हीट को बढ़ावा देती है। ऐसे में जब हम गर्म वातावरण में व्यायाम करते हैं, तो हमारा शरीर और तपने लगता है। इस तरह ज़्यादा गरमी होने पर, हमारा शारीरिक सिस्टम विफल होने लगता है। ऐसे में शरीर से निकलने वाला पसीना ही जो तापमान को नियंत्रण में ला सकता है। इसके लिए आपको पानी या इलेक्ट्रोलाइट जैसे पेय पदार्थ की मदद लेनी चाहिए। कोशिश करें कि शरीर को ठंडा करने के लिए हल्के ठंडे पानी का सेवन करें।
पाचन में सुधार करे
आंतों के मार्ग से गुजरने वाले पोषक तत्वों के लिए शरीर में भरपूर मात्रा में लिक्विड आवश्यक है। लिक्विड की कमी से कब्ज हो सकता है, जो लंबे समय तक पाचन संबंधी अन्य समस्याओं का भी कारण बनता है। पानी पेशाब और शौच के माध्यम से शारीरिक कचरे को दूर करने में मदद करता है। स्वस्थ पाचन के लिए खाने से 30 मिनट पहले या बाद में पानी पिएं। ठंडा पानी भोजन के साथ मिलकर गैस, सूजन और पेट फूलने का कारण बनता है।
मुंह की ड्राईनेस से राहत
मुंह में होने वाले ड्राईनेस कई बार हमें असहज कर देते हैं। गर्मी में हर कुछ घंटों में पानी पीना आवश्यक होता है, इससे गले, होंठ और मुंह में नमी बनी रहती है। इसके अलावा खाना खाने के लिए भी हमें लार की आवश्यकता होती है, क्योंकि ये भोजन को तोड़ने में मदद करते हैं। लंबे समय तक मुंह की ड्राईनेसे से सांसों की बदबू की समस्या भी शुरू हो सकती है।
मानसिक रूप से स्वस्थ्य
अधिक गर्मी के संपर्क में आने पर सबसे पहले हमारा सिर चकराने लगता है। ऐसे में हाइड्रेटेड रहने से आप स्पष्ट रूप से विचार कर पाते हैं और ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलती है। पानी मस्तिष्क में रक्त और ऑक्सीजन के प्रवाह को सुधारने में मदद करता है। शारीरि में दो प्रतिशत की भी लिक्विड की कमी एकाग्रता को कम कर सकती है।
कोमल त्वचा
धूप, गर्म तापमान और तेज गर्म हवाओं के संपर्क में आने से त्वचा पर भी इसका काफी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। डिहाइड्रेशन की वजह से ड्राई स्किन, सनबर्न समेत अन्य समस्याएं होने लगती हैं। त्वचा शरीर का सबसे बड़ा अंग है। इसलिए हाइड्रेटेड रहकर हम अपनी त्वचा को सॉफ्ट और हेल्दी बना सकते हैं।