चंडीगढ़। हरियाणा में औद्योगिक विकास को गति देने के लिए हिसार स्थित महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट के नजदीक लगभग 3 हजार एकड़ में औद्योगिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर (आईएमसी) स्थापित किया जाएगा। इस पर लगभग 4680 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इस आईएमसी को हरियाणा सरकार और नेशनल इंडस्ट्रियल कॉरिडोर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (एनआईसीडीसी) के सहयोग से विकसित किया जाएगा।यह जानकारी आज यहां मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में हुई एक अहम बैठक में दी गई। बैठक में नागरिक उड्डयन मंत्री विपुल गोयल भी मौजूद रहे।बैठक में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि देशभर में विनिर्माण क्षेत्र में विकास को गति देने तथा व्यवस्थित और नियोजित शहरीकरण सुनिश्चित करने के लिए भारत सरकार राज्य सरकारों के साथ साझेदारी में मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी के आधार पर एकीकृत इंडस्ट्रियल कॉरिडोर विकसित कर रही है।
अमृतसर- कोलकाता इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के तहत 7 राज्यों में कुल 6 शहरों में इंडस्ट्रियल टाउनशिप स्थापित की जाएगी, जिसमें हिसार में स्थापित होने वाला आईएमसी सबसे बड़ी परियोजना है, जो लगभग 3 हजार एकड़ में विकसित होगी। इस आईएमसी को दो चरणों में विकसित किया जाएगा।बैठक में बताया गया कि इस परियोजना के विकसित होने से लगभग 32 हजार करोड़ रुपये के निवेश आने की संभावना है और 10 हजार से अधिक रोजगार के अवसर सृजित होंगे। आईएमसी में सड़क, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन प्लांट (एसटीपी) सहित सभी प्रकार की बुनियादी और आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी। इस परियोजना के क्रियान्वयन के लिए जल्द ही इस एनआईसीडीसी तथा हरियाणा सरकार के बीच समझौता ज्ञापन (एमओयू) किया जाएगा।