जयपुर. राजस्थान में आईपीएल के आयोजन को लेकर विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। आईपीएल के पहले मैच में सवाई मानसिंह स्टेडियम में किए गए निर्माण को लेकर खेल मंत्री ने अवैध बताते हुए स्टेडियम के एक स्टैंड को सीज कर दिया था। वहीं, गुरुवार को होने वाले दूसरे मैच से पहले निर्माण की स्वीकृति लेने की बात कही थी। मैच से पहले खेल विभाग ने राजस्थान रॉयल्स को स्टेडियम में हुए निर्माण की स्वीकृति दे दी है। इससे पूर्व राजस्थान रॉयल्स की ओर से अनुमति को लेकर आवेदन किया था। इसको लेकर खेल मंत्री अशोक चांदना ने भी नियम अनुरूप कार्रवाई करने की बात कही थी। ऐसे में गुरुवार दोपहर 12 बजे तक अप्रूव्ल जारी कर दी है। गुरुवार को खेल सचिव नरेश ठकराल ने राजस्थान रॉयल्स को इसकी स्वीकृति दी। इसके तहत 4 लाख रुपए निर्माण के साथ 20 लाख रुपए की अमानत राशि राजस्थान रॉयल्स खेल विभाग में जमा करवाएगा।
बिना अनुमति निर्माण को लेकर हुआ था विवाद
बता दें कि एसएमएस स्टेडियम में राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन की देखरेख में राजस्थान रॉयल्स मैनेजमेंट ने वीआईपी स्टैंड का निर्माण कराया था। इसकी शिकायत खेल मंत्री अशोक चांदना को मिली थी। इसके बाद 19 अप्रैल को वह स्टेडियम पहुंचे। वहां उन्होंने आरसीए और राजस्थान रॉयल्स पर अवैध निर्माण कराने का आरोप लगाया था।
1 हजार सीटें हो गई थीं ब्लॉक
19 अप्रैल को मैच से पहले स्टेडियम पहुंचकर खेल परिषद के ऑफिस के पास ताला लगा दिया गया। इस वजह से लगभग 1000 सीटें ब्लॉक हो गई थीं। इनमें वीआईपी और वीवीआईपी सीटें शामिल थीं।
चांदना का तर्क: बिना अनुमति पक्का निर्माण कराया
खेलमंत्री अशोक चांदना का कहना था कि राजस्थान रॉयल्स ने बिना अनुमति स्टेडियम में आरसीसी के साथ पक्का निर्माण कराया है। इसके लिए उन्हें खेल विभाग से अनुमति लेनी चाहिए थी। बगैर अनुमति यह गैर कानूनी है। इसके अलावा स्पोट्र्स काउंसिल के दफ्तरों के बाहर भी बॉक्स बना दिए गए।
रॉयल्स का तर्क: फ्रेंजाइजी बिना अनुमति कोई काम नहीं करती
राजस्थान रॉयल्स का कहना था कि उन्होंने एक भी काम बिना अनुमति नहीं किया है। रॉयल्स के अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने हर चीज की अनुमति ली है। इतनी बड़ी फ्रेंचाइजी बिना अनुमति कोई काम नहीं करेगी।
10 मार्च को स्पोट्र्स काउंसिल ने दी थी स्वीकृति
इस बीच, 10 मार्च का एक पत्र सामने आया, जिसमें स्पोट्र्स काउंसिल की ओर से राजस्थान रॉयल्स काे स्टेडियम में अस्थाई निर्माण करने की स्वीकृति दी गई है। इस पत्र में स्पोट्र्स काउंसिल के सेक्रेटरी डॉ. गोवर्धन लाल शर्मा ने रॉयल्स के राजीव खन्ना को स्टेडियम में प्रशासनिक भवन के सामने स्थित पवेलियन एरिया में अस्थाई निर्माण(Mezzanine Structure) की स्वीकृति दी है। यह अनुमति 300 स्क्वायर मीटर में दी गई। इसके लिए 11 लाख 19 हजार रुपए सिक्योरिटी राशि और 3 लाख 81 हजार रुपए किराए सहित 15 लाख रुपए लिए गए। इस अनुमति की शर्तों में रॉयल्स को कहा गया कि वे स्टेडियम कैंपस को कोई नुकसान नहीं पहुंचाएंगे। अगर वे ऐसा करते हैं तो सिक्योरिटी राशि जब्त कर ली जाएगी।
क्या होता है Mezzanine Structure ?
मेज़ानाइन दरअसल किसी भी निर्माण का एक आकार है। वास्तुकला में मेज़ानाइन या एंट्रेसोल किसी इमारत की मुख्य मंजिलों के बीच की एक मध्यवर्ती मंजिल होती है। आम तौर पर इसे इमारत की कुल मंजिलों में नहीं गिना जाता है। मेज़ानाइन की छत अक्सर काफी नीची होती है और यह एक बालकनी के रूप में दिखाई देती है। रॉयल्स ने कुछ ऐसा ही निर्माण किया। मगर इसके जो पिलर्स बनाए वो आरसीसी के पक्के पिलर्स बनाए, जिन्हें नींव के लिए भी इस्तेमाल किया गया।
मैच में बारिश की भी संभावना
जयपुर के मैच में बारिश भी खलल डाल सकती है। दरअसल, राजस्थान में एक्टिव हुए वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के कारण 27 मार्च को आधे प्रदेश में आंधी-बारिश का दौर शुरू हो सकता है। जयपुर संभाग के सीकर, अलवर और झुंझुनूं के लिए येलो अलर्ट भी जारी किया है। विशेषज्ञों का कहना है कि देर शाम को जयपुर में भी मौसम में बदलाव होने की संभावना है और बादल छाने के साथ कहीं-कहीं तेज हवाएं भी चल सकती हैं। अगर ऐसा होता है तो सवाई मानसिंह स्टेडियम में होने वाले आईपीएल मैच में रुकावट आ सकती है।