अमेरिकी चुनाव के नतीजे आ चुके हैं। डेमोक्रेट प्रत्याशी कमला हैरिस को रिपब्लिकन पार्टी के डोनाल्ड ट्रंप के हाथों शिकस्त मिल गई है। चुनाव हारने के बाद हावर्ड यूनिवर्सिटी में अपने संबोधन के लिए जब कमला हैरिस आई तो उनका अंदाज वही था। चेहरे पर भी वही भाव रखने की कोशिश की गई। लेकिन करारी हार के बाद चेहरे पर मुस्कान बनाए रखने में कमला हैरिस को खासी मशक्त करनी पड़ रही थी। हावर्ड यूनिवर्सिटी में बड़ी तादाद में डेमोक्रेट समर्थक कमला हैरिस को सुनने आए थे। कईयों के चेहरे पर मायूसी थी। कमला हैरिस ने भी कहा कि मेरा दिल भरा हुआ है। जो भरोसा आपने मुझपर किया, उसके आभार से मेरा दिल भरा हुआ है। उन्होंने कहा कि इस चुनाव का नतीजा वह नहीं है जो हम चाहते थे, न ही वह हैजिसके लिए हमने लड़ाई लड़ी थी और न ही वह है जिसके लिए हमने वोट दिया था। लेकिन मैं आपसे कहती हूं कि अमेरिका के वादे की लौ हमेशा जगमगाती रहेगी।
कमला हैरिस ने कहा कि मैं चुनाव के नतीजों को स्वीकार करती हूं, लेकिन मैं उस लड़ाई से पीछे नहीं हटूंगी जो हमारे अभियान का मूल थी। मैं आपसे कहती हूं कि अमेरिका के वादे की लौ हमेशा जगमगाती रहेगी। उन्होंने कहा कि मैं जानती हूं कि लोग इस समय कई तरह की भावनाएं महसूस कर रहे हैं। मैं समझती हूं। लेकिन हमें चुनाव के नतीजों को स्वीकार करना चाहिए। हैरिस ने अपने समर्थकों से देश के मूलभूत सिद्धांतों की रक्षा के लिए अपनी लड़ाई जारी रखने का आह्वान किया। हैरिस ने साथ ही कहा कि बेहद शांतिपूर्ण तरीके से सत्ता हस्तांतरण होगा। कमला हैरिस के भाषण में देश के उन नेताओं को सीख है जो गरिमापूर्ण तरीके से हार स्वीकार करने से कतरा जाते हैं और आरोप प्रत्यारोप करने में लग जाते हैं।

हार के बाद कमला हैरिस ने ऐसा क्या कहा, रो पड़े समर्थक
ram