विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दिल की बीमारी के बढ़ते खतरे से दुनिया को सचेत किया है। संगठन के मुताबिक दुनिया में सबसे ज्यादा मौतें दिल की बीमारी के कारण होती है। WHO के डेटा के मुताबिक 1 करोड़ 80 लाख लोग हार्ट अटैक और स्ट्रोक के कारण अपनी जान गवां देते हैं। इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह है बैड कोलेस्ट्रॉल। यह बैड कोलेस्ट्रॉल है क्या, इसकी जानकारी सामान्य जन को होनी जरुरी है। शरीर में दो तरह के कोलेस्ट्रॉल होते हैं। एक गुड और दूसरा बैड कोलेस्ट्रॉल। अगर शरीर में एक लीमिट तक गुड कोलेस्ट्रॉल है तो यह शरीर के लिए फायदेमंद होता है, क्योंकि यह हमारे शरीर के लिए बेहद जरूरी भी है। यह शरीर में हार्मोन्स, हेल्दी सेल्स और विटामिन्स बनाने में मदद करता है। शरीर को स्वस्थ रखने के लिए गुड कोलेस्ट्रॉल बेहद जरूरी है। हमारे शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक हृदय होता है। मनुष्य को स्वस्थ रहने के लिए हृदय का हेल्दी रहना सबसे जरूरी है। हृदय में थोड़ी सी भी गड़बड़ी शुरू होती है तो कई तरह की परेशानियां होने लगती है। दिल की बीमारी से भारत में तीन दशक में मरने वालोंकी संख्या दोगुनी हुई है। सरकारी हेल्थ एजेंसी सेंटर फॉर डिसीस कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुताबिक, दुनियाभर में दिल की बीमारियों से हर साल लाखों महिलाओं और पुरुषों की मौत होती है। भारत में ये आंकड़ा काफी बड़ा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, देश में हर साल कार्डियोवैस्कुलर डिसीज के मरीजों की संख्या बढ़ रही है और मौतों के आंकड़ों में भी तेज इजाफा हुआ है। हार्ट अटैक एक गंभीर और जानलेवा समस्या है। यह समस्या आजकल सामान्य बनती जा रही है। इस बीमारी के कारण में सुस्त जीवन शैली, मधुमेह, शराब के इस्तेमाल, धूम्रपान और उच्च रक्तचाप को बताया गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि अभी के समय में लोग कई तरह के तनाव से जूझ रहे हैं। अत्यधिक तनाव, नींद की कमी के साथ कुछ आदतें, अल्कोहल के इस्तेमाल, धुम्रपान, अनावश्यक तथा असुरक्षित सप्लीमेंट लेना, पतला होने की दवा लेना वगैरह इनके कारणों में शामिल हैं। डिप्रेशन से करीब करीब हर कोई जूझ रहा है।देश और दुनिया इस समय हार्ट अटैक की समस्या से सहमी हुई है। पिछले कुछ सालों में हार्ट अटैक से मरने वालों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है। दुनिया भर में हर साल लाखों लोगों की मौत दिल की बीमारी से होती है। अच्छे भले दिखने वाले इंसान को कब हार्ट अटैक हो जाए पता नहीं। राजू श्रीवास्तव जैसे उदहारण हमारे सामने है। खासकर 40 से ऊपर कई फिल्मी हस्तियों के साथ ऐसा हुआ तो लोग सोचने पर मजबूर हो गए। आपका दिल अगर कमजोर हो रहा है तो संकेत मिलने लगते हैं। हालांकि हमें नहीं पता चल पाता कि इनको इग्नोर करना कितना भारी पड़ सकता है। सबसे अच्छी बात यह है कि दिल की 80 फीसदी बीमारियों से बचाव संभव है। अगर आपको पहले से लक्षण पता हैं तो आप सतर्क हो सकते हैं। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) का कहना है कि अगर इंसान थोड़ी सी अपनी लाइफस्टाइल को चेंज कर ले और नौ तरह से उसका ख्याल रखें तो उसका दिल एकदम फिट रहेगा और उसे किसी दवा की जरूरत भी नहीं पड़ेगी। दिल तो बहुत कोमल होता है, इसलिए इसे केयर की जरूरत होती है, उसके पास दिमाग तो होता नहीं इसलिए उसका ख्याल आपको ही रखना होगा। अगर आप की उम्र 30 के पार है तो आप अपनी लाइफ में कसरत को जगह दीजिये। कोई जरूरी नहीं कि आप जिम जाएं या फिर दौड़- भाग करें, बस आपको 30 मिनट वॉक की जरूरत है। हेल्दी फूड को अपने मैन्यू चार्ट में शामिल करें। जंक फूड और एल्कोहल का सेवन कम से कम या ना के बराबर करें। हो सके तो घर का खाना खाएं। हफ्ते में एक दिन आप बाहर खाना खा सकते हैं। अपने खाने में मीठी चीजों का इस्तेमाल कम करें, हो सके तो नमक भी कम और हल्का खाएं। रात के भोजन में स्वीट डिश को बॉय-बॉय कर दें तो बेहतर होगा। रात का डिनर हल्का होना चाहिए जबकि ब्रेकफास्ट हैवी हो सकता है। तनावमुक्त जीवन जिएं। तनाव अधिक होने पर योगा करें। टाइम से सोएं और टाइम से जगें और प्रतिदिन तीस मिनट वॉक करें। तीस के पार वाले हर एक इंसान को साल में अपना मेडिकल चेकअप एक बार जरूर कराना चाहिए। इस चेकअप में रक्तचाप, कॉलेस्ट्राल, ग्लोकोज स्तर, वजन और बॉडी मास इंडेक्स का टेस्ट होना चाहिए।
-बाल मुकुन्द ओझा