
धरनार्थियों ने खनन माफिया की अविलंब गिरफ्तारी व एसएचओं को बर्खास्त व ड्यूटी ऑफिसर को बर्खास्त कर मुकदमा दर्ज करवाने की रखी मांग
पीड़ित की रिपोर्ट दर्ज कर लि गई तथा पुलिस पर लगे आरोप सही पाए जाते है तो हम उन पर भी उचित कार्यवाही करेंगे : रोहित सांखला RPS वृताधिकारी वृत विराटनगर
पावटा । एक ओर जहाँ कोटपूतली बहरोड़ को हाल ही में राज्य सरकार द्वारा जिला बनाया गया है। वहीं दुसरी ओर नवगठित जिले में कानून व्यवस्था से सम्बंधित समस्यायें भी निरन्तर सामने आ रही है। ऐसा ही एक मामला कोटपूतली बहरोड़ जिले के प्रागपुरा थाना क्षेत्र के जीणगौर से सामने आया है। जहां मीणों की ढाणी में एक अनुसूचित जनजाति परिवार को स्वयं का आवासीय मकान खाली करवाये जाने की नीयत से दबंग खनन माफियाओं के एक गिरोह द्वारा घर में घुसकर जानलेवा हमला कर दिया।
घटनाक्रम में हमलावर गिरोह के सदस्यों ने महिलाओं व बुजुर्गो सहित आदिवासी दलित परिवार के सदस्यों से लाठी डंडो द्वारा मारपीट करते हुए ना केवल उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया बल्कि जातिसूचक शब्दों से सम्बोधित करते हुए गंदी गंदी गालियां भी निकाली।
पीड़ित छाजुराम मीणा पुत्र कानाराम मीणा, अनुसूचित जाति ने बताया की मैं ग्राम जीणगौर तहसील पावटा जिला कोटपुतली बहरोड का रहने वाला हूँ। मेरे आवासीय मकान के स्थित रामशरण गुर्जर पुत्र कांशीराम गुर्जर, गोपी गुर्जर, घनश्याम गुर्जर, सन्तलाल गुर्जर पुत्र कैलाश बैडी, विक्रम पुत्र मोहर सिंह निवासी बेरीबांध 7 सितम्बर को करीब दोपहर 02 बजे पोपलैंड (एलंटी) मशीन व जेसीबी इत्यादी लेकर अवैध ब्लास्टिंग कर रहे थे जिससे हमारे मकानों में दरार आ गई एवं हमारे मकान में पत्थर आकर गिरे तो मैंने इन लोगों को ब्लास्टिंग न करने के लिए समझाया तो ये सभी लोग मेरे घर पर एक राय होकर आ गये तथा मां बहिन की गंदी गंदी गाली देते हुए जाति सुचक शब्दों से अपमानित करने लगे और कहा आप लोगों को कई बार समझाने के बाद भी आप मकान खाली क्यों नहीं कर देते और ये बाते कहते हुए वो लोग मेरी बेटी, पुत्र वधु के कपडे फाड दिए व मारपीट की एवं मेरी पत्नी आंची देवी के साथ भी गाली गलोच करते हुए पीटाई कर दी।
मैं प्रागपुरा थाना में रिपोर्ट दर्ज करवाने पहुंचा तो ड्यूटी ऑफिसर रामशरण गुर्जर ने भी हमारी रिपोर्ट की कॉफी फाड़ दी तथा प्रागपुरा थानाधिकारी सवाई सिंह तंवर ने भी इस पर ड्यूटी ऑफिसर को समझाने के बजाय उन दोनों ने हि हमारे साथ अभद्र व्यवहार करते हुए मुझे व मेरी बेटी को गिरफ्तार कर रात में हि पुलिस थाना में बंद कर दिया।
घटना से अनुसूचित जनजाति परिवार के साथ खनन माफिया द्वारा की गई मारपीट व प्रागपुरा पुलिस के अभद्र व्यवहार को लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश की स्थिति बनी हुई है।
ग्रामीणों में घटना को लेकर गुस्सा इस कदर है कि अगर शीघ्र ही पुलिस के आलाअधिकारियों द्वारा कोई उचित कार्यवाही नहीं की गई तो क्षेत्र की कानुन व्यवस्था भी गड़बड़ा सकती है।
घटना के विरोध में शनिवार को समाजसेवी लालचंद मीणा की अध्यक्षता में विभिन्न सामाजिक संगठनों व ग्रामीणों के नेतृत्व में पुलिसथाना पर धरना प्रदर्शन करते हुए खनन माफिया पर एक्ट्रोसिटी एक्ट के तहत अविलंब गिरफ्तारी, प्रागपुरा एसएचओं सवाई सिंह तंवर को बर्खास्त व ड्यूटी ऑफिसर रामशरण गुर्जर को बर्खास्त कर उन पर मुकदमा दर्ज करवाने की मांग की गई।
वहीं जनता दल पार्टी के नेता रामनिवास यादव ने घटना की निंदा करते हुए अवैध ब्लास्टिंग पर शीघ्र पाबंदी व दोषित पुलिसकर्मीयों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग की।
सामाजिक कार्यकर्ता बलवंत सिंह मीणा व विनोद मीणा ने कहा की हमने पुलिस के उच्च अधिकारियों को घटना से अवगत करवा दिया है। यदी जल्द इस प्रकरण में उचित कार्यवाही नहीं की जाती है तो एक बड़ी जनसभा आयोजित कर प्रदर्शन किया जाएगा जिसकी समस्त जिम्मेवारी शासन प्रशासन की होगी।
रोहित सांखला RPS वृताधिकारी वृत विराटनगर ने बताया की घटना को लेकर अपराध धारा 143, 286, 504, 427, 354 IPC व 3-1(R) (S), 3-2 (VA) SC/ST ACT में रिपोर्ट दर्ज कर लि गई है। हम जांच कर रहे है। मामले में पुलिस पर लगे आरोप सही पाए जाते है तो हम उन पर भी उचित कार्यवाही करेंगे।
इस दौरान सामाजिक कार्यकर्ता सुरेश मीणा बैंगलौर, जीणगौर सरपंच रोहित बायला, ठेकेदार महावीर चावला, शिम्भदयाल मीणा, विनोद मीणा, राजेश हाडिया, शंकर लाल मीणा, रामोवतार मीणा, भगवती प्रसाद मीणा, श्रीराम मीणा, ओमप्रकाश उर्फ गन्नीभाई, संतलाल फानन, दशरथ मीणा, जीतू आर्य पनियाला, जितेन्द्र मीणा, गुमान मीणा, लक्ष्मण मीणा, रामनिवास मीणा, शैतान सिंह मीणा, रघुवीर मीणा समेत सैकड़ों लोग मौजूद रहे।