टोंक। कोली समाज का शिव मेला 1 अक्टूबर रविवार को अश्विनी कृष्ण पक्ष द्वितीया पर पुरानी बनास पुलिया स्थित नोगजे बाबा स्थान पर आयोजित किया जायेगा। यह जानकारी देते हुए कोली समाज के जिलाध्यक्ष अशोक कुमार महावर ने बताया कि गंगा-जमुनी संस्कृति का प्रतीक कोली समाज का यह शिव मेला प्रतिवर्ष आयोजित होता है। इस मेले में टोंक के अलावा जयपुर, कोटा, बूंदी, सवाईमाधोपुर, अजमेर, करौली, दौसा, भरतपुरा आदि दिल्ली, अहमदाबाद, नागदा रतलाम से भी समाज के लोग मेले में शरीक होने आते है। इस दौरान हर वर्ष कृष्ण पक्ष द्वितीया पर लगने वाले इस मेले में समाज के महिला-पुरूष युवक-युवतियां नये वस्त्र धारण भगवान शंकर की पूजा-अर्चना कर चूरमा-बांटी का भोग लगाया जाता है। अपने रिश्तेदारों को दावत देते है। रिश्तेदार आपस में बैठकर विवादों निस्तारण करते है। भविष्य की योजनाएं भी बनाई जाती है। तत्पश्चात नोगजे बाबा के समाज की ओर से चादर पेश की जाती है। और दोनों ही से समाज व देश में अमन-चैन एवं शांति की कामना की जाती है। मेले में सामाजिक समस्याओं व कुरूतियों पर विचार विमर्श किया जाता है। इस मेले में नये रिश्ते नाते तय किये जाते है।