मुंबई। अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस पावर का शेयर आज (10 जून) मंगलवार को करीब 12% चढ़ा। कंपनी का शेयर शुरुआती कारोबार में 65.69 रुपए पर ओपन हुआ। फिर शेयर ने 72.23 रुपए का 52-वीक और डे-हाई बनाया। इतना ही नहीं कंपनी का शेयर 10 साल बाद 70 रुपए के पार पहुंचा है। इससे पहले कंपनी का शेयर नवंबर 2014 में 70 रुपए का रहा था। हालांकि, कंपनी का शेयर मार्केट क्लोज होने पर 11.25% की तेजी के साथ 71.89 रुपए के स्तर पर बंद हुआ। बीते 5 दिन में कंपनी का शेयर करीब 20% चढ़ा है। बीते एक महीने में कंपनी का शेयर 68% और छह महीने में 60% चढ़ा है। वहीं एक साल में कंपनी का शेयर करीब 176% चढ़ा है। कंपनी का मार्केट कैप 29.33 हजार करोड़ रुपए है।
2020 के निचले स्तर से शेयर 7,000% चढ़ा
कंपनी का शेयर अप्रैल 2019 में पेनी स्टॉक बन गया था। वहीं मार्च 2020 के अपने निचले स्तर 1.1 रुपए से यह शेयर लगभग 7,000% ऊपर चढ़ चुका है। पिछले 5 सालों में भी कंपनी का शेयर 2,700% ऊपर रहा है।
बीते कुछ हफ्तों से रिलायंस पावर के शेयर में लगातार तेजी देखने को मिल रही है। इसका कारण यह है कि कंपनी को नए प्रोजेक्ट्स मिले हैं। इसके अलावा फेवरेबल कोर्ट रुलिंग्स, इक्विटी निवेश और मार्च तिमाही में मुनाफे की वजह से भी कंपनी के शेयर में ये तेजी आई है।
रिलायंस पावर के शेयर में तेजी के कारण
रिलायंस पावर की सहायक कंपनी रिलायंस NU एनर्जीज को हाल ही में सरकारी कंपनी SJVN लिमिटेड से 350 मेगावाट के इंटर-स्टेट ट्रांसमिशन सिस्टम (ISTS) से जुड़े सोलर पावर प्रोजेक्ट के लिए लेटर ऑफ अवॉर्ड (LOA) मिला है, जो 175 MW/700 MWh बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (BESS) से जुड़ा है। इसके अलावा 23 मई को रिलायंस पावर की भूटान का सबसे बड़ा सोलर पावर प्रोजेक्ट बनाने के लिए डील हुई थी। इन खबरों के बाद से ही कंपनी के शेयर में लगातार तेजी देखने को मिल रही है।
भूटान का सबसे बड़ा सोलर पावर प्रोजेक्ट बनाएगी कंपनी
रिलायंस पावर 500 मेगावाट (MW) का यह प्रोजेक्ट भूटान की कंपनी के साथ मिलकर 50:50 जॉइंट वेंचर में डेवलप करेगी। इसपर करीब 2000 करोड़ रुपए खर्च होंगे। यह प्रोजेक्ट भूटान के सोलर सेक्टर में अब तक का सबसे बड़ा प्राइवेट सेक्टर का फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट (FDI) होगा। रिलायंस पावर ने भूटान की कंपनी ड्रुक होल्डिंग एंड इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड (DHI) के स्वामित्व वाली ग्रीन डिजिटल प्राइवेट लिमिटेड (GDL) के साथ टर्म शीट साइन की है। इस प्रोजेक्ट को अगले 24 महीनों में चरणबद्ध तरीके से पूरा किया जाएगा।