सीकर। समाज हमारे देश की गौरवशाली परम्पराओं का आधार है। स्वस्थ समाज की संरचना किसी भी राष्ट्र के उत्कर्ष का प्रमुख स्तंभ होता है । सुंदर समाज की संरचना में स्वस्थ लोकतंत्र का विकाश समाहित होता है । ये उदगार आज अग्रपीठाधीश्वर डाराघवाचार्यजी वेदांती ने आज श्री बजरंगलालजी पारीक द्वारा लिखित जाखड़ धरोहर पुस्तक के विमोचन समारोह में व्यक्त किए । एक सादे एवम संक्षिप्त समारोह में इस अवसर पर मुख्य वक्ता सम्मेलन भारतीय गोवंश रक्षण संवर्धन सम्मिति के अध्यक्ष श्री पवनजी मोदी ने विभिन्न समाजों द्वारा प्रकाशित पुस्तकों के प्रकाशन के महत्व पर प्रकाश डाला । जाखड़ धरोहर के लेखक 1 संपादक श्री बजरंगलालकी पारीक ने इस पुस्तक के प्रकाशन की आवश्यकता एवम उपयोगिता के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर प्रखर हिंदी लेखक एवम साहित्य समीक्षक श्री भंवर सिंह शेखावत ने जाखड़ धरोहर की समीक्षा प्रस्तुत की एवं उनका सम्मान किया गया । इस अवसर पर रामस्वरूपजी अग्रवाल,श्रावणजी काबरा, आन्नदसिंह जाखड़ आदि उपस्थित रहे।
जाखड़ धरोहर पुस्तक का विमोचन
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