जयपुर। अतिरिक्त मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग शुभ्रा सिंह ने प्रदेश में चिकित्सा सेवाओं में अपनी सेवाएं दे चुके स्वास्थ्यकार्मिकों को समय पर अनुभव प्रमाण पत्र जारी करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। उन्होंने न्यायालय में विचाराधीन व आदेश पारित प्रकरणों में विशेष सतर्कता के साथ आवश्यक कार्यवाही यथासमय पूरी करने के निर्देश दिये।
निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. रवि प्रकाश माथुर एवं निदेशक अराजपत्रित सुरेश नवल की अध्यक्षता में शुक्रवार को इस संबंध में स्वास्थ्य भवन में वीडियो क्रान्फ्रेंसिंग आयोजित की गयी। डॉ. माथुर ने बताया कि माननीय मुख्यमंत्री द्वारा बजट घोषणा 2023-24 में घोषित नवीन 15 जिलों में जिलास्तरीय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं प्रारंभ करने के लिए अतिरिक्त मुख्य सचिव आवश्यक दिशा-निर्देश द्वारा जारी कर दिये गये हैं। उन्होंने बताया कि सभी संबंधित अधिकारियों को जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार यथाशीघ्र व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने चिकित्सा संस्थानों में 7 साल से अधिक अवधि से अनुपयोगी नाकारा वाहनों अन्य कंडम सामग्री का चिन्ह्ीकरण कर नियमानुसार इनके निस्तारण की कार्यवाही करने के भी निर्देश दिए।
निदेशक जनस्वास्थ्य ने दैनिक समाचार पत्रों में प्रकाशित होने वाली खबरों पर प्रसंज्ञान लेते हुए यथाशीघ्र रिपोर्ट प्राप्त कर आवश्यक सुधारात्मक कार्यवाही स्थानीय स्तर पर पूरी करने के निर्देश दिये।
सुरेश नवल ने अनुभव प्रमाण पत्र सभी पात्र-अपात्र कर्मचारियों को वास्तविक रिकार्ड के आधार पर यथाशीघ्र जारी करने, 2018-19 में चयन किये गये कर्मचारियों के फिक्सेशन प्रकरण राज्यस्तर पर भिजवाने सहित शीघ्र ओपन किये जाने वाले राज्यहैल्थ पोर्टल पर समस्त कर्मचारियों व संसाधनों के प्रमाणिक डाटा अपडेट करने के निर्देश दिये।
ओएसडी एनएचएम सुश्री निधि सिंह ने एनएचएम कार्मिकों को जारी किये जाने वाले नवीन नियुक्ति आदेशों की पालना करवाने हेतु संबंधित अधिकारियों को सभी संविदा कार्मिकों को ज्वाइनिंग करवाने और इस कार्य में असमंजस की स्थिति होने पर प्रकरण राज्यस्तर पर भिजवाने के निर्देश दिये।
बैठक में संयुक्त निदेशक चिकित्सा प्रशासन डॉ.राजेश शर्मा एवं सभी संभागों के संयुक्त निदेशक, मुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारी, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी तथा संबंधित अधिकारीगण मौजूद थे।