जम्मू कश्मीर में बुधवार को पहले चरण के चुनाव के लिए 24 सीटों पर मतदान प्रतिशत में 2014 के मुकाबले कोई खास बदलाव नहीं हुआ। 2019 में अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को हटाए जाने के बाद यह पहला विधानसभा चुनाव है।निर्वाचन आयोग के अनुसार, सात जिलों की 24 विधानसभा सीटों के लिए मतदान करीब 59 प्रतिशत रहा। यह आंकड़ा थोड़ा बढ़ सकता है क्योंकि कुछ मतदान केंद्र पीर पंजाल पर्वत श्रृंखला के दूरदराज के इलाकों में स्थित हैं। वर्ष 2014 के जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनावों पर निर्वाचन आयोग की सांख्यिकीय रिपोर्ट के अनुसार, इन जिलों में मतदान 60.19 प्रतिशत था। 2014 के विधानसभा चुनाव में डोडा, किश्तवाड़, रामबन, अनंतनाग, कुलगाम, पुलवामा और शोपियां जिलों में 22 सीटें थीं, जिन पर बुधवार को मतदान हुआ।हालांकि, 2022 के परिसीमन के बाद, डोडा और किश्तवाड़ जिलों में एक-एक सीट जोड़ी गईं। सबसे बड़ी गिरावट शांगस-अनंतनाग क्षेत्र में देखी गई, जहां केवल 52.94 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया, जबकि 10 वर्ष पहले यह आंकड़ा 68.78 प्रतिशत था।
जम्मू-कश्मीर चुनाव के पहले चरण में मतदान प्रतिशत में 2014 से कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं
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