जयपुर। शहर के ज्योतिनगर थाना क्षेत्र से 2 माह से गुमशुदा 14 वर्षीय बालक ऐश्वर्य सिंह को दस्तयाब कर उच्च न्यायालय के आदेशानुसार उसके पिता भगवत सिंह को सुपुर्द किया गया है।
अतिरिक्त महानिदेशक अपराध दिनेश एम एन ने बताया कि परिवादी भगवत सिंह ने 18 मार्च 2023 को ज्योति नगर थाना में उपस्थित होकर रिर्पोट दी कि उनका 14 वर्षीय पुत्र एष्वर्य सिंह प्रातः 11.15 बजे घर से इमली फाटक पर मेडिकल की दुकान पर दवा लेने गया था। वापस घर नहीं लौटने पर सभी जगह तलाष करने के बाद उन्होंने उसके अपहरण की आशंका व्यक्त कर रिपोर्ट दी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए बालक की तलाश व दस्तयाबी हेतु पुलिस उपायुक्त जयपुर (दक्षिण) द्वारा थानाधिकारी ज्योतिनगर के नेतृत्व में एक विशेष पुलिस दल गठित किया गया। उसके बाद पुलिस आयुक्त जयपुर के निर्देशानुसार अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (प्रथम) जयपुर द्वारा पुलिस उपायुक्त जयपुर (दक्षिण) के नेतृत्व में स्पेशल इन्वेस्टिगेशन यूनिट गठित की गई। तत्पश्चात गोरधन लाल सौंकरिया, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सीआईडी (सी.बी) जयपुर द्वारा आगामी अनुसंधान व लापता बालक की दस्तयाबी हेतु प्रयास शुरू किये गये।
लापता बालक ऐश्वर्य सिंह की तलाश हेतु गठित विशेष पुलिस दलों द्वारा दिल्ली स्थित शेल्टर होम इत्यादि में पेम्पलेट्स/इश्तिहार तथा व्हाट्सएप/दूरभाष आदि संपर्क व किए गए सार्थक प्रयासों के फलस्वरूप 8.05.2023 को ऐश्वर्य सिंह के दिल्ली में होने के सम्बन्ध में सूचना प्राप्त हुई। सूचना की तस्दीक व कार्यवाही हेतु एक विशेष दल गठित किया जाकर दिल्ली रवाना किया गया। पुलिस दल द्वारा दिल्ली से दस्तयाब किये जाने के उपरांत बालक को राजस्थान उच्च न्यायालय पीठ जयपुर के समक्ष विचाराधीन डी बी हेबीयस कॉर्पस संख्या 80/23 में बुधवार को राजस्थान उच्च न्यायालय पीठ जयपुर के समक्ष पेष किया गया। न्यायालय के आदेशानुसार बालक ऐष्वर्य सिंह को उसके पिता भगवत सिंह को सुपुर्द किया जा चुका है।
अनुसंधान से स्पष्ट हुआ है कि बालक ऐष्वर्य का अपहरण नहीं हुआ था बल्कि वह परीक्षा में कम नम्बर आने की आंशका के चलते अपने माता पिता की संभावित डाट के भय से स्वेच्छा से घर छोडकर दिल्ली चला गया था तथा वहा डीएमआरसी के सेवा कुटीर कॉम्पलेक्स किग्सवे कैम्पस दिल्ली दाखिल पाया गया।