मुंबई । शिवसेना (उबाठा) नेता संजय राउत ने दावा किया कि महाराष्ट्र में आए अप्रत्याशित जनादेश के कारण पिछले आठ दिनों से मुख्यमंत्री के चयन में देरी हो रही है। हालिया राज्य विधानसभा चुनाव में महायुति ने 288 सीट में से 230 पर जीत दर्ज की है। राउत ने संकेत दिया कि महायुति में मतभेद के कारण कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को सरकार गठन के प्रयासों के बीच सतारा जिला स्थित अपने गांव जाना पड़ा। शिंदे के अपने पैतृक गांव चले जाने के कारण शुक्रवार को होने वाली महायुति की महत्वपूर्ण बैठक स्थगित कर दी गई, जिससे चुनाव नतीजे घोषित होने के एक सप्ताह बाद भी सरकार गठन में देरी हो रही है।
राउत ने कहा, ‘‘नतीजे घोषित हुए आठ दिन बीत चुके हैं लेकिन महाराष्ट्र को मुख्यमंत्री नहीं मिल पाया है। कार्यवाहक मुख्यमंत्री (एकनाथ शिंदे) अपने गांव चले गए हैं। ऐसा क्यों हो रहा है?…नतीजे अप्रत्याशित और लोगों की इच्छा के विपरीत हैं। पूरे राज्य में आंदोलन हो रहे हैं।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि मतदान के अंतिम घंटों में डाले गए मतों की संख्या में अचानक हुई वृद्धि महाराष्ट्र और हरियाणा में क्रमश: महायुति और भाजपा नीत गठबंधन की जीत में एक प्रमुख भूमिका निभाई थी।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘शाम पांच बजे से रात 11.30 बजे तक (महाराष्ट्र में 20 नवंबर को) 76 लाख मत पड़े। इन 76 लाख मतों का क्या हुआ? इसी तरह हरियाणा में 14 लाख मत बढ़े।’’ उन्होंने कहा कि विपक्षी महा विकास आघाडी (एमवीए) चुनाव परिणाम और उसके पीछे के कारणों का अध्ययन कर रहा है। महाराष्ट्र में महायुति ने 288 में से 230 सीटें जीतीं, जिनमें भारतीय जनता पार्टी को सबसे अधिक 132 सीटें मिलीं।