झालावाड़। जनजातीय कार्य मंत्रालय के निर्देशों की अनुपालना में धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के अंतर्गत आदि कर्मयोगी अभियान उत्तरदायी शासन कार्यक्रम, जनजातीय विकास और परिवर्तन के लिए व्यक्तियों एवं संस्थानों को सशक्त बनाने हेतु 10 से 12 सितम्बर 2025 तक आयोजित की जा रही तीन दिवसीय ब्लॉक स्तरीय आदि कर्मयोगी प्रशिक्षण कार्यशाला (जिला प्रोसेस लैब) का शुभारंभ बुधवार को जिला कलक्टर अजय सिंह राठौड़ की अध्यक्षता में जिला परिषद झालावाड के सभा भवन में किया गया। इस दौरान जिला कलक्टर ने बताया कि इसका मुख्य उद्देश्य जिले में धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के अंतर्गत आदि कर्मयोगी अभियान उत्तरदायी शासन कार्यक्रम हेतु जिले में चयनित 207 ग्रामों में अंतिम छोर तक सेवा वितरण में तेजी लाना है। इसके अर्न्तगत यह भी सुनिश्चित करना है कि जनजातीय विकास प्रणालियों को सुदृढ़ बनाने तथा गेप फिलिंग हेतु संतृप्त स्तर तक प्रत्येक पात्र परिवार के व्यक्ति को समस्त विभाग की योजनाओं का लाभ मिल सके। इस हेतु उक्त ग्रामों में सर्वे करवाकर पात्र परिवारों को सूचीबद्ध किया जाना है। धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान का उद्देश्य सामाजिक बुनियादी ढांचे में स्वास्थ्य, शिक्षा एवं आजीविका के महत्वपूर्ण अंतराल को समाप्त करना है। प्रत्येक गांव में एक सरकारी संस्थान को आदि सेवा केन्द्र के रूप में अधिसूचित किया जाना तथा आदि कर्मयोगी अभियान का उद्देश्य भविष्य में अनुसूचित जनजातियों के लिए चलने वाली विभिन्न योजनाओं की मॉनिटरिंग किया जाना एवं उस ग्राम में स्थित समस्त आदि कर्मयोगी, आदि सहयोगी, आदि साथी तैयार किया जाना है। कार्यशाला में जिला परिषद् के मुख्य कार्यकारी अधिकारी शम्भुलाल मीणा, अधिशाषी अभियन्ता बृजपाल सिंह, सहायक वन संरक्षक संजू कुमार शर्मा, अधिशाषी अभियन्ता जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग मुकेश कुमार गौड, प्रधानाचार्य शिवसिंह जाटव एवं डीपीएम चिकित्सा विभाग शैलेष शर्मा तथा ब्लॉक लेवल के सभी मास्टर टेªनर उपस्थित रहे।

झालावाड़ : तीन दिवसीय ब्लॉक स्तरीय आदि कर्मयोगी प्रशिक्षण कार्यशाला का हुआ शुभारम्भ
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