नयी दिल्ली। राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कांग्रेस के मुख्य सचेतक जयराम रमेश के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक सांसद द्वारा की गई कथित विशेषाधिकार हनन की शिकायत को जांच के लिए विशेषाधिकार समिति के पास भेजा है। भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने राज्यसभा के सभापति के खिलाफ कथित तौर पर अपमानजनक टिप्पणी करने और उनकी निष्पक्षता पर सवाल उठाने के लिए रमेश के विरुद्ध विशेषाधिकार हनन की शिकायत की थी। रमेश ने संसद के पिछले बजट सत्र के दौरान कथित तौर पर कहा था कि राज्यसभा के सभापति को सत्तारूढ़ गठबंधन का ‘चीयरलीडर’ नहीं होना चाहिए और उन्हें विपक्ष की आवाज भी सुननी चाहिए। मालूम हो कि अडाणी मामले की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच कराने की मांग को लेकर विपक्ष के हंगामे के चलते बजट सत्र में राज्यसभा की कार्यवाही बार-बार बाधित हुई थी और इस दौरान सदन में कोई भी महत्वपूर्ण कामकाज नहीं हो सका था। राज्यसभा सचिवालय द्वारा “राज्यसभा की विशेषाधिकार समिति के पास विशेषाधिकार हनन से संबंधित एक शिकायत भेजे जाने” के संबंध में जारी आधिकारिक पत्र से इस कार्रवाई की पुष्टि हुई।
पत्र में कहा गया है, “सदस्यों को सूचित किया जाता है कि राज्यसभा के सभापति ने कांग्रेस सदस्य जयराम रमेश द्वारा सभापति के खिलाफ जानबूझकर लगातार अपमानजनक टिप्पणी करने और उनकी निष्पक्षता पर सवाल उठाने को लेकर भाजपा सदस्य डॉ. सुधांशु त्रिवेदी की ओर से की गई शिकायत से उपजे कथित विशेषाधिकार हनन के मुद्दे को काउंसिल ऑफ स्टेट्स (राज्यसभा) के प्रक्रिया एवं कार्य-संचालन नियम के नियम-203 के तहत विचार करने, जांच करने और रिपोर्ट सौंपने के लिए विशेषाधिकार समिति के पास भेजा गया है।” सूत्रों ने बताया कि भाजपा के एक और सदस्य ने राज्यसभा में विपक्ष के नेता रमेश के खिलाफ सभापति के कथित अपमान को लेकर ऐसी ही एक शिकायत की है, लेकिन सभापति ने फिलहाल इस शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की है।