नई दिल्ली। फाइनेंस मिनिस्ट्री का कहना है कि अगले वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था तेज रफ्तार से तरक्की करती रहेगी, क्योंकि प्राइवेट इन्वेस्टमेंट बढ़ा है और महंगाई में कमी आ रही है। मंत्रालय का मंथली इकोनॉमिक रिव्यू यह भी बताता है कि इंडियन बॉन्ड्स अगले साल जनवरी से ब्लूमबर्ग बॉन्ड इंडेक्स में शामिल हो जाएगा। इससे भारत में निवेश की रफ्तार और तेज हो जाएगी। साथ ही, खपत में मजबूत बढ़ोतरी से भी अर्थव्यवस्था को फायदा होगा।
निवेश क्यों बढ़ा रहा प्राइवेट सेक्टर?
डिपार्टमेंट ऑफ इकोनॉमिक अफेयर्स के फरवरी एडिशन का रिव्यू कहता है, ‘सरकार लगातार विकास कार्यों के लिए निवेश बढ़ा रही है। इससे प्राइवेट सेक्टर का भी हौसला बढ़ा और अब वह भी निवेश के लिए आगे आ रहा है।’
नेशनल स्टैटिस्टिकल ऑफिस (NSO) ने मौजूदा वित्त वर्ष के लिए जीडीपी ग्रोथ के अपने अनुमान को भी संशोधित करके 7.6 प्रतिशत कर दिया है, जो पहले 7.3 फीसदी था।कितनी रहेगी भारत की जीडीपी ग्रोथ?
पिछले कुछ समय से दुनियाभर में मंदी का रुख दिख रहा है। लेकिन, इंडियन इकोनॉमी ने सभी अनुमानों को धता बताते हुए लगातार तीन तिमाहियों में 8 प्रतिशत से अधिक की ग्रोथ दर्ज की है।
मिनिस्ट्री का कहना है कि यही वजह है कि दुनियाभर की रेटिंग एजेंसियां भी अगले वित्त वर्ष में भारत की जीडीपी ग्रोथ के अनुमान को रिवाइज करके 8 प्रतिशत के करीब कर रही हैं।
रोजगार के मोर्चे पर क्या रहेगा हाल?
सरकार के लिए एक अहम चुनौती रोजगार के मोर्चे पर रहती है। लेकिन, रिपोर्ट का कहना है कि गैर-कृषि रोजगार एकबार फिर से पटरी पर आ गया है। इससे खेती से निकलने वाले मजदूरों को आसानी से काम भी मिल रहा है।
वित्त मंत्रालय की रिपोर्ट यह भी कहती है कि टियर-2 और टियर-3 शहरों में आवासीय संपत्तियों की मांग बढ़ी है। इसका मतलब है कि निर्माण गतिविधियों में भी इजाफा होगा, जो अर्थव्यवस्था और रोजगार के लिए एक और अच्छा संकेत है।