पूर्व केंद्रीय मंत्री और जदयू नेता आरसीपी सिंह गुरुवार को दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए। जदयू के पूर्व अध्यक्ष ने पिछले साल पार्टी छोड़ दी थी। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं। उन्हें जरा सोचना चाहिए कि देश कहां से कहां चला गया और बिहार कहां हैं। कभी नीतीश के सबसे करीबी रहे आरसीपी ने कहा कि उन्हें ‘C’ शब्द से बड़ा प्यार है, सी से चेयर होता है इसलिए कुर्सी के मोह में सारा काम कर रहे हैं।
आरसीपी सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार को सब पीएम कहते हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कहा कि मैंने भी उन्हें कहा कि आप पीएम थे, पीएम हैं और पीएम रहेंगे। पीएम मतलब पल्टीमार। उन्होंने कितनी बार विश्वासघात किया है। पिछले कई दिनों से आरसीपी के भाजपा में शामिल होने के कयास लग रहे थे। जदयू ने उनसे 2013 से 2022 तक पिछले नौ वर्षों में उनके परिवार के सदस्यों द्वारा अपने नाम दर्ज कराई गई सभी अचल संपत्तियों (भूमि के भूखंड) पर स्पष्टीकरण देने के लिए कहा था। पार्टी द्वारा भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर नोटिस भेजे जाने के बाद आरसीपी सिंह ने जदयू छोड़ दिया था। अपने इस्तीफे के बाद जदयू के पूर्व अध्यक्ष ने कहा था कि नीतीश कुमार अपने सात जन्मों में से किसी में भी प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे। उन्होंने जद-यू को “डूबता जहाज” बताते हुए कहा था। कभी सीएम के विश्वासपात्र रहे आरसीपी सिंह ने 6 जुलाई को केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था, जब पार्टी ने उन्हें राज्यसभा में लगातार तीसरे कार्यकाल से वंचित कर दिया था। नीतीश कुमार के साथ उनके रिश्ते तब खराब हो गए जब उन्होंने मुख्यमंत्री की सहमति के बिना मंत्री पद स्वीकार कर लिया – और भाजपा के साथ उनकी कथित निकटता हो गई। सिंह को पार्टी प्रमुख का पद छोड़ने के लिए भी कहा गया था।