बीकानेर। विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है, चुनाव की तारीख भी तय हो चुकी है। वहीं जिले में प्रमुख दलों ने अपने-अपने पत्ते खोलने शुरू कर दिए हैं। इधर चुनावी सट्टोरियों मोटी कमाई के लिये अपने स्तर पर सर्वे कराकर यह पता लगाने में जुटे है कि अबकी किसके सर पर ताज आने वाला है। सर्वे के नए-नए तरीके सामने आ रहे हैं । सर्वे के लिये कॉल ऐजेंसियों का इस्तेमाल भी किया जा रहा है। चुनावी सट्टोरियों के लिये सर्वे कर रही ऐजेसिंया कॉल के जरिये वोटरों की नब्ज टटोल रही है। कॉल करके वोटरों से पूछा जा रहा है कि आप किस पार्टी को वोट करेंगे? पिछली बार किस पार्टी को वोट दी थी। जिले की सातों विधानसभा क्षेत्र में सैकड़ों लोगों के पास इसी तरह से कॉल आ रहे हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि लोगों का फोन नंबर संबंधित मोबाइल कंपनियों से लिए गए हैं और उन्हीं नंबरों पर फोन कराकर सर्वे कराया जा रहा हैं । शहर के कई लोगों के पास इस तरह के कॉल आ रहे हैं। अधिकांश का कहना था कि वह फोन तो रिसीव करते हैं, लेकिन उस सर्वे का हिस्सा नहीं बनते। बीच में ही फोन काट देते हैं। कई का कहना था कि इस सर्वे में वह हकीकत नहीं बताते हैं और कॉल को इग्नोर कर देते हैं। हालांकि जो प्रमुख दलों के समर्थक हैं। वह जरूर अपनी राय दे रहे हैं। इस विधानसभा चुनाव को लेकर लोगों में उत्साह तो दिख रहा है, लेकिन जनता स्पष्ट शब्दों में कुछ भी नहीं बोल रही है।