क्या जिम के बाद अचानक बढ़ जाता है आपका बीपी? तो एक्सपर्ट से जानें इसकी वजह

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सेहतमंद रहने के लिए स्वस्थ आहार के साथ-साथ शारीरिक गतिविधियां भी काफी जरूरी होती है। इन दिनों कई सारे लोग फिट रहने और बॉडी बनाने की अपनी इच्छा को पूरा करने के लिए जिम कर रहे हैं। खासकर युवाओं के बीच यह काफी तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। सेलिब्रिटीज से प्रभावित होकर आजक आम लोग भी अपनी बॉडी बनाने के लिए जिम का सहारा ले रहे हैं। लेकिन कई बार जिम के दौरान आपके कई तरह की समस्याओं का भी सामना करना पड़ता है। इन्हीं समस्याओं में से एक है ब्लड प्रेशर का अचानक बढ़ जाना। कई लोगों को जिम में एक्सरसाइड आदि करने के बाद इस समस्या को झेलना पड़ा है। ऐसे में इसकी वजह के बारे में जानने के लिए हमने नोएडा के मेट्रो अस्पताल में फिजियोथेरेपी के वरिष्ठ सलाहकार एवं एचओडी डॉ. दिनेश कुमार संबुझ बात की।

जिम के बाद क्यों बढ़ता है बीपी
जिम के बाद अचानक बीपी बढ़ने के बारे में बात करते हुए डॉक्टर ने कहा कि जब आप जिम जैसे शारीरिक व्यायाम करते हैं, तो आपका शरीर ऑक्सीजन और ऊर्जा की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए कई शारीरिक परिवर्तनों से गुजरता है। इन बदलावों में दिल की तेज धड़कन और हाई ब्लड प्रेशर शामिल हैं। आइए जानते हैं इन बदलावों की कुछ वजह

ऑक्सीजन की मांग में बढ़ोतरी
जब आप व्यायाम करते हैं, तो आपकी मांसपेशियों को ऊर्जा उत्पन्न करने के लिए अधिक ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है। इसके लिए आपका हृदय काम कर रही मांसपेशियों तक ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए ज्यादा खून पंप करता है, इसलिए ऑक्सीजन की इस मांग को पूरा करने के लिए दिल की धड़कन बढ़ जाती है।

वासोडिलेशन और वासोकोनस्ट्रिक्शन
व्यायाम के दौरान, आपकी मांसपेशियों में रक्त वाहिकाएं (Blood Vessels) फैलती जाती हैं ताकि उनमें ज्यादा खून प्रवाहित हो सके। साथ ही, पाचन तंत्र में मौजूद रक्त वाहिकाएं काम करने वाली मांसपेशियों में रक्त के प्रवाह पुनर्निर्देशित करने के लिए सिकुड़ (संकीर्ण) हो जाती हैं। खून के इस रीडिस्ट्रीब्यूशन ब्लड प्रेशर में वृद्धि होती है।

कार्डियक आउटपुट
एक्सरसाइज करने से हमारे हृदय द्वारा प्रति मिनट पंप किए जाने वाले खून की मात्रा में बढ़ोतरी है, जिसे कार्डियक आउटपुट के रूप में जाना जाता है। कार्डियक आउटपुट की गणना हृदय गति को स्ट्रोक वॉल्यूम (प्रति दिल की धड़कन पंप किए गए रक्त की मात्रा) से गुणा करके की जाती है। व्यायाम के दौरान हृदय गति और स्ट्रोक की मात्रा दोनों बढ़ जाती है, जिससे कार्डियक आउटपुट में वृद्धि होती है।

सिम्पेथैटिक नर्वस सिस्टम एक्टिवेशन
फिजिकल एक्टिविटी एड्रेनालाईन और नॉरपेनेफ्रिन नामक हार्मोन को रिलीज होने स्टीमूलेट करते हैं। सक्रियता की वजह से हृदय की गति बढ़ती है और ब्लड वेसल्स को सिकुड़ देती है, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ता है।

ये भी ध्यान रखें
डॉ. दिनेश कुमार कहते हैं एक्सरसाइज की वजह से होने वाली ये शारीरिक प्रतिक्रियाएं शरीर के प्राकृतिक अनुकूलन का हिस्सा हैं और सामान्य मानी जाती हैं। हालांकि, व्यायाम के दौरान और बाद में अपनी हार्ट बीट और ब्लड प्रेशर की निगरानी करना आवश्यक है। खासकर तब जब आपको पहले से ही दिल से जुड़ी कोई बीमारी है। अगर आप अपनी हृदय गति या रक्तचाप के बारे में चिंतित हैं, तो किसी पेशेवर से परामर्श लेना सबसे अच्छा है।

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