जयपुर में सोमवार दोपहर खड़ी कार में डॉक्टर का शव पड़ा मिला। लोगों ने शीशा तोड़कर शव को बाहर निकाला। शिवदासपुरा थाना पुलिस ने सिटी FSL टीम की मदद से सबूत जुटाए है। मृतक डॉक्टर की बॉडी पर झुलसने के निशान मिले हैं। पुलिस ने मंगलवार सुबह पोस्टमॉर्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया। पुलिस प्रथमदृष्टया हार्ट अटैक से डॉक्टर की मौत होना मान रही है।
SHO (शिवदासपुरा) ओमप्रकाश मातवा ने बताया- मृतक डॉ. नरेश कुमार शर्मा (43) मूलत: बामनवास सवाई माधोपुर के रहने वाले थे। उनका परिवार जयपुर के शिवदासपुरा स्थित वाटिका में रहता है। वह राजकीय जिला हॉस्पिटल लालसोट में ईएनटी विशेषज्ञ थे। जनवरी-2021 से वह लालसोट न्यू कॉलोनी में किराए के मकान में रहकर हॉस्पिटल में सेवा दे रहे थे। हॉस्पिटल से छुट्टी मिलने पर डॉ. नरेश जयपुर में अपने परिवार से मिलने आया करते थे। शनिवार रात को नाइट ड्यूटी करने के बाद रविवार को ऑफ लेकर जयपुर आए थे। सोमवार सुबह करीब 10 बजे वह कार लेकर किसी काम से गए थे।
शीशा तोड़कर पहुंचाया हॉस्पिटल
दोपहर करीब 2:30 बजे आस-पास के लोगों ने खड़ी कार में डॉ. नरेश को अचेत पड़ा देखा। घर की डोर बेल बजाकर परिजनों को डॉ. नरेश के कारण में बेहोश पड़े होने के बारे में बताया। दौड़कर परिजन नरेश को संभालने आए। अंदर से लॉक कार के शीशे पूरी तरह बंद थे। बंद कार में नरेश ड्राइवर के पास वाली सीट पर पड़े थे। परिजनों ने कार का पीछे वाला शीशा तोड़कर उन्हें संभाला। कार के लॉक खोलकर डॉ. नरेश को बाहर निकाला गया। जिसके बाद परिजन तुरंत उसी कार से उन्हें लेकर प्राइवेट हॉस्पिटल पहुंचे। जहां डॉक्टर्स ने डॉ. नरेश को मृत घोषित कर दिया।
डेढ़ घंटे बंद गाड़ी में पड़ा रहा शव
SHO (शिवदासपुरा) ओमप्रकाश मातवा ने बताया कि सिटी FSL टीम की मदद से सबूत जुटाए गए है। पुलिस ने महात्मा गांधी हॉस्पिटल में पोस्टमॉर्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया।
सिटी FSL के हेड अभय प्रताप ने बताया- प्रथमदृष्टया जांच में डॉ. नरेश की हार्ट अटैक से मौत होना सामने आया है। करीब डेढ़ घंटे उनका शव कार में पड़ा रहा। धूप में खड़ी बंद कार में गर्मी तेज होने के कारण बॉडी डिकम्पोज होना शुरू हो गई। हॉस्पिटल में सीपीआर देने के कारण चमड़ी उठने पर झुलसने के बॉडी पर निशान हो गए।