जयपुर। जल जीवन मिशन के प्रबन्ध निदेशक अविचल चतुर्वेदी ने कहा कि जल जीवन मिशन के सभी स्त्रोतों से सैम्पल कलेक्ट कर उनकी टेस्टिंग की जाए ताकि आमजन को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने की प्रतिबद्धता पूरी हो सके।
चतुर्वेदी ने बुधवार को यहां गांधीनगर स्थित मुख्य लैब का निरीक्षण कर वहां जल गुणवत्ता परीक्षण के उपलब्ध संसाधनों एवं लैब टेस्टिगं के बारे में जानकारी ली।
उन्होंने सैम्पल टेस्टिंग के तरीके एवं उसमें इस्तेमाल होने वाले केमिकल आदि के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत ग्रामीण घरों तक नल के माध्यम से पीने योग्य पानी पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि एनएबीएल मान्यता प्राप्त हमारी प्रयोगशालाओं एवं हमारे रसायनज्ञों की यह जिम्मेदारी है कि लोगों के घरों तक पहुंचने वाले इस पेयजल की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं हो।
उन्होंने मुख्य रसायनज्ञ एच एस देवन्दा से प्रदूषित पानी की शिकायत प्राप्त होने के बाद फील्ड अभियंताओं से समन्वय स्थापित कर त्वरित गति से सैम्पल टेस्टिंग करने के लिए कहा ताकि पेयजल की शुद्धता सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने औद्योगिक प्रदूषण की जांच के लिए काम आने वाली हैवी मेटल टेस्टिंग फैसिलिटी, रासायनिक एवं जीवाणु परीक्षण, मोबाइल लैब
कार्यवाहक मुख्य रसायनज्ञ जल जीवन मिशन सीमा गुप्ता सहित अन्य रसायनज्ञों ने एमडी, जल जीवन मिशन को प्रदेश की विभिन्न लैब में मौजूद टेस्टिंग फेसिलिटी, एफटीके किट आदि के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
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