चित्तौड़गढ़। चित्तौड़गढ जिले को बाल विवाह मुक्त बनाने हेतु सभी को समन्वित रूप से कार्य करना होगा तभी हम जिले को बाल विवाह मुक्त कर पाऐंगे । जिला कलक्टर आलोक रंजन ने बाल अधिकारिता विभाग द्वारा संचालित होने वाले बाल विवाह मुक्त भारत अभियान की कार्ययोजना बैठक में उक्त निर्देश सभी विभागों के अधिकारियों को दिये । जिला कलक्टर ने कहा कि बाल विवाह को रोकने में प्रत्येक विभाग को अपनी अपनी भूमिका निर्वहन के साथ-साथ जनसहभागिता एवं जनजागरूकता भी आवश्यक है, इसलिए इस अभियान में अधिक से अधिक जनसहभागिता सुनिश्चित की जावे एवं बाल विवाह के दुष्परिणामों, विधिक प्रावधानों से भी अवगत कराया जाये, ताकि जनसामान्य बाल विवाह रोकने में अपनी भूमिका निर्वहन कर सके।
जिला कलक्टर ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे विद्यालयों में नियमित रूप से बाल विवाह प्रतिषेध एवं नशा विरोधी गतिविधियों का संचालन करे इसी प्रकार आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं ग्राम विकास अधिकारी उनके क्षेत्र में कोई भी बाल विवाह न हो, इस हेतु महत्ती भूमिका का निर्वहन करें एवं इस अभियान में जनप्रतिनिधियों की भी भागीदारी सुनिश्चित करावें तथा सभी विभाग अपने अपने कार्मिकों, विद्यालयों, संस्थानों में बुधवार को बाल विवाह प्रतिषेध की शपथ भी दिलायें ।
अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रभा गौतम ने कहा कि गांव गांव ढाणी ढाणी तक हमें अपनी पहुंच बनाते हुए बाल विवाह नहीं हो इस हेतु प्रयास करने होंगे तभी बाल विवाह प्रतिषेध अभियान सफल हो सकेगा। अतिरिक्त कलक्टर रामचन्द्र खटीक ने कहा कि हमे जनसामान्य को इनता जागरूक करना होगा कि कहीं पर भी बाल विवाह का अन्देशा होने पर उसकी सूचना हमारे पास विवाह से पहले ही पहुंचे और हम ऐसे बाल विवाह को रोक सके ताकी जिले में कोई बाल विवाह न हो। सहायक निदेशक ओम प्रकाश तोषनीवाल ने बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के संबंध में कार्ययोजना से सभी को अवगत कराया।
बैठक में अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी राकेश पुरोहित, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ० ताराचन्द, जिला शिक्षा अधिकारी (मा०) कल्पना शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी (प्रा०) राजेन्द्र शर्मा, पुलिस उप अधीक्षक वेदप्रकाश, जिला रसद अधिकारी हितेश जोशी, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के विकास खटीक, उपनिदेशक महिला बाल विकास विभाग एन एल मेघवाल, चाइल्ड लाईन 1098 जिला समन्वयक नवीन काकडदा, काउंसलर करण जीनेवाल, भगवती सेवा एवं शिक्षण संस्थान बस्सी रामगोपाल ओझा, ज्ञानदीप केयर होम चित्तौडगढ धर्मचन्द सुहालका, आदि उपस्थित रहे ।