चंडीगढ़। शहर के वेटलिफ्टर परमवीर सिंह ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए कॉमनवेल्थ वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में यूथ और जूनियर वर्ग में क्रमशः 102 किलोग्राम और 109 किलोग्राम वर्ग में स्नैच में 136 किलोग्राम और क्लीन एंड जर्क में 170 किग्रा और कुल 306 किलोग्राम वजन उठाकर चैंपियन का खिताब अपने नाम किया।
चंडीगढ़ वेटलिफ्टिंग के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ कि किसी खिलाड़ी ने कॉमनवेल्थ वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में दोहरा स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत डब्ल्यू.सी.सी. स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स सेक्टर-42 चंडीगढ़ में करणबीर सिंह बुट्टर वेटलिफ्टिंग कोच के मार्गदर्शन में की।
नेशनल गेम और खेलो इंडिया गेम में बनाया रिकार्डः
परमवीर ने 177 किलोग्राम क्लीन एंड जर्क में लिफ्ट करते हुए अपना ही पुराना रिकॉर्ड तोड़ा जिसमें नेशनल गेम और खेलो इंडिया गेम में 176 किलो लिस्ट करते हुए उनका नाम रिकॉर्ड बुक में दर्ज हुआ था। परमवीर ने कुछ महीने पहले नेशनल वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में जूनियर और सब जूनियर कैटेगरी में जो गोल्ड जीते हुए 4 नए रिकॉर्ड बनाए थे।
परमवीर ने 10 साल की उम्र में शुरू की थी वेट लिफ्टिंगः
चितकारा स्कूल के विद्यार्थी परमवीर के कोच करणवीर सिंह बुट्टर ने कहा कि 10 साल की उम्र में परमवीर ने वेटलिफ्टिंग की शुरुआत की थी। वह सेक्टर-42 में ट्रेनिंग ले रहे थे। उनके पिता व भाई दोनों ही वेटलिफ्टर हैं। उन्हीं से प्रेरणा लेकर उन्होंने भी वेटलिफ्टिंग शुरू की थी। वर्ष 2022 भुवनेश्वर नेशनल में वे पहली बार खेले थे और गोल्ड मेडल जीता था। पंचकूला खेलोगे में भी ब्रोंज मेडल के बाद तमिलनाडु नेशनल में उन्होंने इकट्ठे दो गोल्ड लिए थे। इसके बाद मध्य प्रदेश में हुए खेलो इंडिया गेम्स में भी चंडीगढ़ के लिए गोल्ड मेडल जीता था।
नेशनल ट्रायल में उठाया था 319 किलो वजनः
परमवीर ने नेशनल ट्रायल में कुल 319 किलोग्राम वजन उठाया था उन्होंने मैच में 142 किलो जबकि जर्क में 177 किलोग्राम वेट लिफ्ट कर नया रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने तमिलनाडु नेशनल में भी 319 किलो वजन ही लिफ्ट किया था और जूनियर और सब जूनियर दोनों कैटेगरी में गोल्ड मेडल जीता था।
परमवीर के पिता गुरजीत सिंह पंजाब पीडब्ल्यूडी में कार्यरत हैं। मास्टर कैटेगरी के इंटरनेशनल मेडलिस्ट भी हैं। उनके बड़े भाई गुरचरण सिंह जी नेशनल वेटलिफ्टर हैं। चंडीगढ़ के स्पोर्ट्स डायरेक्टर सौरभ अरोड़ा व ज्वाइंट डायरेक्टर सुनील भी लगातार परमवीर व उनके कोच की हौसला अफजाई करते रहते हैं।