जयपुर में सालभर पहले दर्ज सास-बहू से रेप मामला झूठा निकला है। पुलिस जांच में आरोपी मेडिकल संचालक के बेकसूर होने पर कोर्ट ने भी मुहर लगा दी है। उधार दिए 25 लाख रुपए हड़पने के लिए ज्वेलर सास-बहू ने पूरी साजिश रची थी। उधार दिए रुपए मांगने पर मेडिकल संचालक को तांत्रिक बता भूत-प्रेत का डर दिखाकर रेप के मामले में फंसाया गया था। मामले के अनुसार, सितंबर 2022 को भांकरोटा निवासी ज्वेलर परिवार की सास-बहू ने भांकरोटा थाने में रेप का मामला दर्ज करवाया था। तबीयत खराब होने पर मेडिकल स्टोर पर वह दवा लेने जाती थी। मेडिकल संचालक जयेंद्र राजपुरोहित ने भूत-प्रेत के साये और परिवार के सदस्य की मौत का डर दिखाकर सास-बहू को पूजा में न्यूड बैठाया। फिर अश्लील फोटो-वीडियो बना लिए। इसके बाद ब्लैकमेल कर दोनों महिलाओं से तीन साल तक रेप करता रहा। आरोप लगाया कि जयेंद्र ने दोनों से करीब 20 लाख रुपए कैश और गहने भी हड़प लिए। पुलिस जांच में सामने आया कि ज्वेलर सास-बहू ने जयेंद्र से एक साल के लिए 25 लाख रुपए उधार लिए थे। 100 रुपए के स्टाम्प पर मकान के पेपर रखकर रुपए लेने का इकरारनामा भी लिखकर दिया था। समय पूरा होने पर जयेंद्र ने उधार दिए रुपयों का तकाजा किया। रुपए मांगने पर दोनों ने प्लानिंग कर रेप केस में फंसा दिया। पुलिस जांच में साजिश का खुलासा हो गया। 19 अगस्त को कोर्ट ने भी पुलिस की जांच पर मुहर लगा दी। पुलिस की ओर से जयेंद्र का चरित्र सत्यापन प्रमाण पत्र जारी किया गया। 4 महीने तक छिपकर जुटाए सबूत जयेंद्र ने बताया कि उसके खिलाफ झूठा मामला दर्ज होने के बाद वह घर से भाग गया। 4 महीने तक दर-दर भटकते निकाले। पुलिस ने पीछे से दुकान में रखी लाखों रुपए की दवाइयां नष्ट करवा दी। पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए कई जगह दबिश भी दी। चार महीने बाद सारे सबूत पेश करने के बाद थाने में समर्पण किया। आरोप था कि पुलिस ने उसके साथ जमकर मारपीट की। पुलिस ने घर और उसकी दुकान के पास अन्य दुकानदारों से भी तस्दीक की। पुलिस ने सास-बहू से अलग-अलग पूछताछ की तो उनके बयान विरोधाभासी आए। बाद में दोनों ने झूठा मामला दर्ज करवाना कबूल किया।

जयपुर में सास-बहू से रेप का मामला निकला झूठा:25 लाख हड़पने के लिए रची साजिश, उधार दिए रुपए मांगने पर फंसाया
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