दौसा – दौसा जिला परिषद में बुधवार को ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग की योजनाओं की डीपीआर के अनुमोदन हेतु आयोजित जिला परिषद में बैठक का जिला परिषद सदस्यों ने सर्वसम्मति से बहिष्कार किया। साथ ही भाजपा और कांग्रेस के जिपस एकजुट होकर बैठक का बहिष्कार किया।
जहाँ कांग्रेस और भाजपा एक दूसरे के विपरीत रहती है वह आज बैठक के बहिष्कार में एक दिखी। जिला परिषद की बैठक का सदस्यों ने लगातार दूसरी बार बहिष्कार किया। गौरतलब है कि पिछले काफी दिनों से जिला परिषद पंचायत व समिति सदस्य अपनी 9 सूत्रीय मांगों को लेकर लगातार संघर्षरत हैं। जिसके चलते जिला परिषद सदस्यों द्वारा लगातार दूसरी बार बैठक का बहिष्कार किया है जिला परिषद सदस्य नीलम गुर्जर ने बताया कि पिछले काफी दिनों से राजस्थान भर के जिला परिषद सदस्य पंचायत समिति सदस्य एकजुट होकर एक बैनर तले अपनी 9 सूत्री मांगों को लेकर संघर्षरत हैं।
लेकिन सरकार के द्वारा उन मांगों को मानना तो दूर की बात है उस पर अभी तक सुनवाई तक ने की है। इससे जिला परिषद में बैठक का सदस्यों द्वारा बहिष्कार किया गया है। और जब तक हमारी मांगों का पूरा नहीं किया जाता जब तक हम सरकार और प्रशासन का किसी भी प्रकार से सहयोग नहीं करेंगे। हमारी मांगे ही जनता का वास्तविक विकास है। जब हम चुनाव जीतकर आते हैं तो जनता को हम से काफी उम्मीदें होती हैं लेकिन हमारे पास हमारे क्षेत्र में कार्य कराने के कोई भी अधिकार नहीं है जिसके चलते हैं विकास कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका नहीं निभा पाते हैं। इसलिए अपने अधिकारों के लिए जिला परिषद की बैठक का बहिष्कार किया है। जब तक हमारी मांगे नहीं मानी जाती जब तक जारी रहेगा अगर सरकार हमारी मांगे मानती है।
तो हमें अधिकार मिलेगा और फिर हम और भी बेहतर तरीके से जनता का विकास कर सकेंगे। इस अवसर पर जिला परिषद सदस्य भोमाराम बेरवा ने कहा कि हमारी 9 सूत्री मांगों को लेकर हम लगातार काफी दिनों से संघर्ष कर रहे हैं और हमारा संघर्ष जब तक जारी रहेगा तब तक सरकार हमारी मांगे नहीं मान लेती उसी के समर्थन में आज हमने जिला परिषद की इस बैठक का भी बहिष्कार किया है। जिला परिषद सदस्य भोमाराम ने सदन पर आरोप लगाया कि बैठकों में कई विभाग के अधिकारी आते नहीं है जिसके चलते जनता के विकास के कार्य पूर्ण नहीं होते।
उन्होंने कहा कि हम जिला प्रमुख और सीईओ साहब से कहां है कि आगामी बैठकों में विभाग के समस्त अधिकारियों को बुलाया जाए ताकि जनता के कार्य समय पर पूर्ण हो सके। जिला प्रमुख हीरालाल सैनी ने कहा कि जिला परिषद सभागार में आज विशेष बैठक बुलाई गई थी लेकिन सर्वसम्मति से जिला परिषद सदस्यों के द्वारा बैठक का बहिष्कार किया गया है इसलिए बैठक नहीं हो पाई। क्योंकि इनकी सरकार से 9 सूत्री मांग की जा रही है इसी को लेकर बैठक का बहिष्कार किया गया है। इस अवसर पर जिला परिषद सदस्य नीलम गुर्जर ,भोमाराम बैरवा , छुट्टन लाल मीना ,कमला केसरा,ममता सैनी,नरेश मीना ,कल्याण बेरवा सहित जिला परिषद के सीईओ रामकिशोर मीणा भी मौजूद रहे।