नई दिल्ली । सोमवार को राज्यसभा में जबरदस्त हंगामा देखने को मिला। सत्ता पक्ष ने कांग्रेस पार्टी की कर्नाटक सरकार पर मुस्लिम रिजर्वेशन देने का आरोप लगाया। साथ ही उन्होंने कहा कि संवैधानिक पदों पर बैठे कांग्रेस के नेता मुस्लिम आरक्षण के लिए संविधान बदलने जैसी गंभीर बात कह रहे हैं। सदन में मौजूद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इसका खंडन किया। उधर, सत्तापक्ष ने अपने आरोपों को सत्यापित करने की बात कही। इसके बाद सदन में दोनों ओर से जबरदस्त हंगामा हुआ, इसके कारण सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी।
राज्यसभा की कार्यवाही प्रारंभ होते ही संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कर्नाटक की कांग्रेस सरकार द्वारा मुस्लिम आरक्षण दिए जाने का मुद्दा संसद में उठाया। रिजिजू ने कहा कि हमारे नोटिस में एक बहुत महत्वपूर्ण विषय आया है। उन्होंने बताया कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, जो कि संवैधानिक पद पर हैं, उन्होंने बयान दिया है कि वे मुस्लिम समुदाय को आरक्षण देने के लिए भारत का संविधान तक बदलने को तैयार हैं। रिजिजू ने कहा कि यदि वह किसी सामान्य व्यक्ति द्वारा दिया गया बयान होता तो वे इस बात को समझ सकते थे, लेकिन एक व्यक्ति, जो संवैधानिक पद पर है, वह यह बात कह रहा है।
उन्होंने कहा कि ये लोग बाबा साहेब अंबेडकर की फोटो गले में डालकर घूमते हैं, लेकिन संविधान को बदलने की बात कर रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष से प्रश्न करते हुए पूछा कि मुस्लिम समुदाय को आरक्षण देने के लिए आप कैसे और किस तरह से संविधान में बदलाव कर रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस से पूछा कि आप मुसलमानों को आरक्षण देने की बात कर रहे हैं। भाजपा नेता ने कहा कि राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष खड़गे को मुस्लिम आरक्षण और उसको लेकर दिए गए बयान के मुद्दे पर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।
वहीं नेता सदन जेपी नड्डा ने कहा कि बहुत दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि जो कांग्रेस पार्टी संविधान की बहुत बड़ी रक्षक बनती है, इस तरह से संविधान की धज्जियां उड़ाने का प्रयास कर रही। संविधान में डॉक्टर बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर ने स्पष्ट किया है कि धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होगा। यह संविधान का एक स्वीकार्य सिद्धांत हैं, लेकिन कर्नाटक में कॉन्ट्रैक्ट में 4 प्रतिशत रिजर्वेशन दिया जाता है। इस पर सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि आप जो बात कह रहे हैं, उसे सदन में सत्यापित कीजिए। जवाब में नड्डा ने कहा कि वह अपने कथन को सदन में सत्यापित करेंगे।



