अहमदाबाद। गुजरात में कुछ लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों के चयन को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं के बीच मतभेद सामने आए हैं और पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेता राज्य पर पकड़ बनाए रखने के लिए उनकी चिंताओं का समाधान करने का प्रयास कर रहे हैं। बहरहाल, कांग्रेस ने दावा किया कि अंदरुनी मतभेदों से भाजपा के आगामी लोकसभा चुनाव में तीसरी बार राज्य में सभी 26 सीटें जीतने के प्रयास बाधित हो सकते हैं।
अमरेली, राजकोट, साबरकांठा, सुरेंद्रनगर और वडोदरा जैसी सीटों पर उम्मीदवारों के चयन को लेकर मतभेद सामने आने पर भाजपा असंतुष्ट सदस्यों के साथ बैठकें कर उन्हें हल करने का हरसंभव प्रयास कर रही है। शनिवार को क्षत्रिय समुदाय के नेता राज शेखावत ने केंद्रीय मंत्री एवं राजकोट लोकसभा सीट के उम्मीदवार परषोत्तम रूपाला की पूर्व में की गयी टिप्पणी के विरोध में भाजपा से इस्तीफा दे दिया था। रूपाला ने दावा किया था कि कई राजपूत शासकों ने अंग्रेजों के साथ सहयोग किया था। टिकट वितरण में भाजपा पर अपने समुदाय की उपेक्षा का आरोप लगाते हुये, शेखावत ने कहा था, ‘‘पार्टी नेतृत्व ने उनके (रूपाला के) खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। इसलिए, मैं पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं।’’
समुदाय के सदस्यों ने राजकोट में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में की गई रूपाला की टिप्पणियों को लेकर राज्य के अलग-अलग हिस्सों में विरोध प्रदर्शन भी किए। रूपाला ने इन टिप्पणियों के लिए माफी मांगी है। करणी सेना ने गुजरात में अपना आंदोलन तेज करने की धमकी देते हुए कहा कि भाजपा रूपाला की उम्मीदवारी वापस ले या हार का सामना करने के लिए तैयार रहे। भाजपा के क्षत्रिय समुदाय के सदस्यों को शांत करने की कोशिशों के बीच पार्टी के दो समूहों में अमरेली लोकसभा सीट से प्रत्याशी के तौर पर भरत सुतारिया के चयन को लेकर शनिवार रात को झड़प हो गयी। निवर्तमान सांसद नारन कछाड़िया के समर्थक अमरेली से सुतारिया को प्रत्याशी बनाने के पार्टी के फैसले से नाखुश दिखायी दिए।
राज्य के पूर्व मंत्री भूपेंद्र चूडासमा सुतारिया की उम्मीदवारी को लेकर मतभेदों को हल करने के लिए शनिवार रात को ही अमरेली पहुंचे लेकिन बाद में पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गयी थी। चूडासमा ने कहा कि अमरेली से सुतारिया ही भाजपा उम्मीदवार रहेंगे। उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘‘कोई असंतोष नहीं है…सुतारिया ही भाजपा के प्रत्याशी रहेंगे।’’ वडोदरा में दो बार की मौजूदा सांसद रंजन भट्ट के खिलाफ आंतरिक विरोध के कारण उन्हें अपनी उम्मीदवारी वापस लेनी पड़ी। इसके बाद भाजपा ने वडोदरा से हिमांग जोशी को अपना उम्मीदवार घोषित किया।