डॉस । कहने को तो दौसा जिले का रामकरण जोशी ज़िला अस्पताल सबसे बड़ा अस्पताल है लेकिन विशेषकर स्थानीय व दूरदराज से आए लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। दौसा जिला अस्पताल में पिछले दिनों से मरीजों की सीटी स्कैन नहीं हो रही है।जिसके चलते दूरदराज से आए लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। जबकि राज सरकार उच्च स्वास्थ्य सेवाओं की दुहाई दे रही है। सुनिल कुमार निवासी इटका सिकंदरा से आये मरीज का कहना है कि यह काफी दिनों से परेशान था और चिकित्सकों ने उसे सीटी स्कैन करने के लिए लिखा है। लेकिन सिटी स्कैन कराने जब पहुंचा तो जिला अस्पताल में सीटी स्कैन नहीं हुई । मजबूर होकर निजी चिकित्सालय की शरण लेनी पड़ रही है। जहां सिटी स्कैन करने पर अपनी जेब से मोटी रकम देनी पड़ रही है। ऐसा ही राजमल मीणा निवासी जगसहायपूरा व हरिराम निवासी भांडारेज का भी ऐसा ही हाल है। जिला अस्पताल के पीएमओ डॉक्टर सुभाष बिलोनिया ने बताया कि सीटी स्क्रीन के करीब 1 साल से 81 लाख रुपए पेमेंट बाकी है जिसके चलते सीटी स्कैन नहीं हो रही है ।हालांकि उच्च अधिकारियों को इसकी जानकारी दे दी गई है और जल्द राज्य सरकार के स्तर पर वार्ता जारी है और जल्द ही सिटी स्क्रीन का भुगतान कर दिया जाएगा और एक-दो रोज में सीटी स्कीम चालू हो जाएगी लेकिन सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि जब जिला चिकित्सालय के चिकित्सकों को मालूम है की सीटी स्कैन नहीं हो रही है उसके बावजूद भी चिकित्सक धडल्ले से मरीजों को सिटी स्कैन लिखी जा रही है। ताकि वह निजी चिकित्सालय में जाकर मोटी गांठ कटवा सके और उनका कमीशन जिला चिकित्सालय में बैठे चिकित्सकों को मिल सके। भांडारेज से आए मरीज का कहना है कि गरीब लोग के पास अगर पैसा ही होता तो वह सरकारी जिला अस्पताल में क्यों आते। लेकिन अब देखने वाली बात यह है कि ऐसे में कब तक सीटी स्कैन चालू होगी और गरीब लोगों को इसका लाभ कब मिलेगा यह देखने वाली बात होगी फिलहाल सिटी स्कैन बंद होने से लोगों से इलाज नहीं हो पा रहे हैं।
1 साल से कल्पना सिटी स्क्रीन का 81 लाख का भुगतान बाकी, दौसा जिला अस्पताल में सीटी स्कैन होना हुआ बंद,
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