गुलाबी सर्दी की दस्तक के साथ भारत में पर्यटन मौसम शुरू

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गुलाबी सर्दी की दस्तक के साथ भारत में पर्यटन का मौसम शुरू हो चुका है। गर्मियों में हिल
स्टेशन जहां लोगों के पसंदीदा स्थान बने हुए थे, वहीं सर्दी की दस्तक के साथ पहाड़ियों और
मैदानों में पर्यटन सर्किट देशी और विदेशी पर्यटकों को अपनी ओर खींच रहे हैं। भारत पर्यटन का
खजाना है जहां के खूबसूरत और समृद्ध स्थल बरबस पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करते है।
भारत में एक तरफ रंग-बिरंगी वादियाँ दिखेंगी तो दूसरी ओर समुद्र की ऊँची उठती इठलाती
लहरें। कही आसमान छूने वाले पहाड़ दिखेंगे तो कहीं खिलखिलाते बगीचे। भारत एक ऐसा देश हैं
जहां एक से बढ़कर एक प्राकृतिक परिदृश्य देखने को मिलते हैं। यहां आकर आप ऐसी घाटियों और गांवों की
सैर कर सकते हैं जिसे अब तक ज्यादा एक्सप्लोर नहीं किया गया है। पर्यटन की दृष्टि से भारत विश्व का
एक अजब गजब देश है जहाँ समुद्र से लेकर जंगल और बर्फ से लेकर रेगिस्तान तक देखने को मिल जायेंगे।
हरे-भरे घास के मैदान और पथरीली जमीन भी आपको यहीं मिल जाएगी। पर्यटन की दृष्टि से भारत में
घूमने लायक कई ऐसी जगहें हैं जो अपनी खूबसूरती से आपका मन मोह लेंगी। देश की शान ताजमहल,
कश्मीर, कन्या कुमारी, गोवा, केरल, जयपुर, दिल्ली, दार्जीलिंग, उत्तराखंड का पहाड़ी क्षेत्र आदि मंत्रमुग्ध
करने वाले स्थल इसी देश में है। इंडिया गेट, हुमायूँ का मकबरा, कुतुब मीनार, बुलंद दरवाजा, लाल किला
आगरा, चारमीनार, गेटवे ऑफ इंडिया, लोटस टैंपल, खजुराहो, साँची, हम्पी, अजंता की गुफाएं, एलोरा की
गुफाएं उदयगिरि गुफाएँ इलौरा आदि देश के पर्यटन क्षेत्र बरबस आपको अपनी और खिंच लेते है। विविधता
और प्राकृतिक सुन्दरता से भारत पर्यटन के लिए हर किसी की पसंदीदा जगह हैं। देश के पहाड़ी क्षेत्र गर्मियों
के रिसॉर्ट्स बने रहते हैं। इनमें पचमढ़ी, अरकु, गुलमर्ग, श्रीनगर, लद्दाख, दार्जिलिंग, मुन्नार, ऊटी और
कोडाइकनाल, शिलांग, शिमला, कुल्लू, मसूरी, देहरादून नैनीताल, गंगटोक आदि प्रमुख है।
पर्यटन आज देश और दुनिया का सबसे बड़ा उद्योग बन गया है। भारत की प्राकृतिक, सांस्कृतिक एवं
ऐतिहासिक धरोहर, उसे पर्यटन की दृष्टि से अति महत्वपूर्ण क्षेत्र बनाती है। आज भारत विभिन्न श्रेणी के
पर्यटन के लिए जाना जाता है, जैसे कि साहसिक पर्यटन, चिकिसा पर्यटन, पारिस्थितिकी पर्यटन, ग्रामीण
पर्यटन आदि। राष्ट्रीय पर्यटन दिवस को मनाने का उद्देश्य पर्यटन को बढ़ावा देना है। पर्यटन देश की
अर्थव्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण आय उत्पादक है। देश की सभ्यता, संस्कृति, सामाजिक, राजनीतिक
तथा आर्थिक मूल्यों को बढ़ाता है और उनका आदान-प्रदान करता है। पर्यटन के माध्यम से ही लोगो को एक
दूसरे को समझने की समझ बढ़ती है। भारत के पर्यटन से लगभग 8.1 प्रतिशत लोग अपनी आजीविका
चला रहे हैं। देश में पर्यटन क्षेत्र चार करोड़ से अधिक लोगों को रोजगार देता है जो कुल रोजगार का 8.1
फीसदी है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 2023 में भारत में पर्यटन उद्योग की सालाना कमाई 60 अरब डालर
संभावित है। किसी भी देश की अर्थव्यवस्था में पर्यटन का बड़ा योगदान होता है। यात्रा और

पर्यटन दुनिया में लगभग 300 मिलियन लोगों को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्रदान
करते हैं। भारत में हर साल 30 से 50 लाख विदेशी पर्यटक आते हैं। पर्यटन को कुछ लोग सिर्फ
सैर-सपाटे के तौर पर देखते हैं, लेकिन पर्यटन का एक बहुत बड़ा पहलू‘रोजगार से जुड़ा है। कहते
हैं कि सबसे कम इन्वेस्टमेंट में सबसे ज्यादा रोजगार अगर कोई सेक्टर पैदा करता है तो वो
टूरिज्म सेक्टर ही है। बीते कुछ वर्षों में भारत के प्रति आकर्षण बहुत बढ़ा है और G-20 के
सफल आयोजन के बाद दुनिया के लोगों का इंट्रेस्ट भारत में और बढ़ गया है।
भारत विश्व के सर्वश्रेष्ठ स्वास्थ्यवर्धक स्थलों में से एक है। विश्व पर्यटन संगठन ने भारतीय पर्यटन को
सर्वाधिक तेजी से विकसित हो रहे उद्योग के रूप में घोषित किया है। पर्यटन देश का तीसरा सबसे बड़ा
विदेशी मुद्रा अर्जित करने वाला उद्योग है। देश की कुल श्रम शक्ति में से 6 प्रतिशत को पर्यटन में रोजगार
मिला हुआ है। पर्यटन उद्योग की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इससे ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर
पैदा हुए हैं। भारत के विशाल तथा तटीय क्षेत्र, अछूते वन, शान्त द्वीप समूह, वास्तुकला की प्राचीन,
ऐतिहासिक तथा सांस्कृतिक परम्परा, रंगमंच तथा कलाकेन्द्र पश्चिम के पर्यटकों के लिए आकर्षण के
केन्द्र हैं। विदेशी पर्यटकों के प्रति आत्मीयता दर्शाने के लिए सामाजिक जागरूकता कार्यक्रम अतिथि देवो
भव शुरू किया गया है।

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