भाजपा ने छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार द्वारा नियंत्रित शराब कारोबार से कथित तौर पर 2,161 करोड़ रुपये की हेराफेरी को लेकर कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा। भाजपा के रविशंकर प्रसाद ने कहा कि छत्तीसगढ़ में शराब की बिक्री पर प्रदेश को ड्यूटी मिलती है। उसको एक सिंडिकेट बनाकर सरकार मिलने वाले 2,161 करोड़ रुपये लूट लिए गए। उन्होंने कहा कि इस लूट का एक बड़ा हिस्सा वहां के सत्तासीन राजनीतिक लोगों को जाता था। कल जांच के बाद एक व्यापक शिकायत कोर्ट के सामने फ़ाइल की गई।
कांग्रेस पर निशाना
भाजपा नेता ने कहा कि शराब के माध्यम से अवैध कमाई आजकल विपक्षी सरकारों का महत्वपूर्ण औजार बन गया है। आप सबको पता है कि दिल्ली की सरकार के उप मुख्यमंत्री इसी मामले में जेल में हैं और 4 बार उनकी जमानत खारिज हो चुकी है। उन्होंने दावा किया कि इस लूट का मास्टरमाइंड अनवर ढेबर है, जो कांग्रेस नेता और रायपुर मेयर एजाज ढेबर का भाई है। एजाज ढेबर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बहुत नजदीकी हैं। छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा राज्य में शराब का प्रबंधन और मॉनीटिरिंग की जाती है। प्रसाद ने कहा कि उन्होंने, कुछ IS ऑफिसर और अनवर ढेबर ने 800 आउटलेट पर अपने लोगों को पोस्ट कर दिया।
ईडी का दावा
रविशंकर प्रसाद ने दावा किया कि इन लोगों ने एक जाली होलोग्राम बनाया और उससे अवैध देशी और विदेशी शराब बेची गई। जांच एजेंसी के अनुसार अनवर ढेबर अपने लिए कमीशन का 15% रख लेते थे और बाकी जो बचता था, वो सत्तासीन राजनीतिज्ञों को चला जाता था। उन्होंने कहा कि इस तरह वहां मुख्यमंत्री से आशीर्वाद प्राप्त लोगों द्वारा राज्य के कोष की भयंकर लूट की गई। इतनी बड़ी लूट सरकार के प्रत्यक्ष आशीर्वाद के बिना संभव नहीं है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दावा किया है कि छत्तीसगढ़ में 2019 में शुरू हुए कथित शराब घोटाले में 2,161 करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार हुआ है। ईडी ने साथ ही यह भी दावा किया कि राज्य के वरिष्ठ नौकरशाह, नेता, उनके सहयोगी और आबकारी विभाग के अधिकारी इस ‘सिंडीकेट’ में शामिल हैं।