टोंक । जिले में राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए विगत 20-22 दिन से मच रहा चुनावी शोर गुरुवार शाम को 6 बजे थम गया। अब चुनावी शोर थमने के बाद भाजपा-कांग्रेस समेत अन्य प्रत्याशियों का डोर-टू-डोर जनसम्पर्क पर जौर रहेगा। शनिवार 25 नवंबर को सवेरे 7 बजे से होने वाले मतदान से पहले साइलेंस पीरियड के दौरान रोड़ शो, जुलूस, रैली एवं आम सभा आदि पर चुनव आयोग के आदेशानुसार रोक होने के साथ चुनाव प्रचार में लगे बाहरी प्रचारकों को भी जिला छोडऩा पडेगा। जैसा कि जिले में टोंक, निवाई-पीपलू, टोड़ा-मालपुरा एंव देवली-उनियारा विधानसभा क्षैत्र में कुल 37 उम्मीदवार चुनाव में अपना भाग्य आजमा रहे है, जिनमें टोंक में 8, मालपुरा में 5, देवली-उनियारा में 14 तथा निवाई में 10 उम्मीदवार चुनावी मैदान में है। इनमें टोंक में भाजपा-कांग्रेस में सीधा मुकाबला एवं देवली-उनियारा सहित टोड़ा-मालपुरा एवं निवाई-पीपलू में त्रिकोणिय संघर्ष बना हुआ है। निवाई में कांग्रेस के बागी तथा रालोपा के प्रहलाद नारायण बैरवा, जबकि मालपुरा में भी कांग्रेस के बागी निर्दलीय गोपाल गुर्जर के चुनाव में डटे रहने से मुकाबला त्रिकोणीय बन गया है।
सबसे ज्यादा देवली-उनियारा एंव सबसे कम मतदाता टोंक विस.में-
विधानसभा चुनाव के लिए टोंक में 2 लाख 51 हजार 828, निवाई में 2 लाख 84 हजार 642, मालपुरा-टोड़ा में 2 लाख 72 हजार 948 तथा देवली-उनियारा में 2 लाख 96 हजार 790 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेगें। वहीं चुनाव भय मुक्त एंव निष्पक्षता के साथ सम्पन्न करवाने के लिए जिला प्रशासन ने अपनी पूरी तैयारियां कर ली है। संवेदनशीन एंव अति-संवेदनशील मतदान केन्द्रों वाले बूथों पर सुरक्षा बलों का अतिरिक्त जाब्ता लगाया गया है।
चुनाव प्रचार का थमा शोर, अब डोर-टू डोर जन-सम्पर्क करेगें प्रत्याशी टोंक को छोडक़र देवली-उनियारा, निवाई एवं मालपुरा में त्रिकोणीय संघर्ष
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