सवाईमाधोपुर। कोतवाली थाना पुलिस ने धरपकड़ अभियान के तहत कार्यवाही करते हुवे धोखाधड़ी एंव दुष्कर्म के मामले में फरार चल रहे दस हजार रुपए के ईनामी आरोपी मेघराज मीना पुत्र कैलाश चंद मीना निवासी दिवाड़ा को जयपुर से गिरफ्तार किया है।
कोतवाली थानाधिकारी राजवीर सिंह ने बताया कि पुलिस अधीक्षक ममता गुप्ता के निर्देशन के बाद कोतवाली थाना पुलिस की गठित टीम ने कार्यवाही कर हुए धोखाधड़ी और दुष्कर्म के मामले में फरार चल रहे आरोपी को गिरफ्तार किया हे।
थानाधिकारी ने बताया की परिवादी मैनपुरा निवासी हीरालाल मीना ने सूरवाल थाने ने एक रिपोर्ट दर्ज कराई थी जिसमें बताया था कि मेघराज मीना ने पांच सदस्यों के साथ गिरोह बना रखा है। आरोपी ने कौशाली गांव निवासी रामखिलाड़ी के साथ नौकरी लगाने के नाम पर 9 लाख रुपए हड़प लिये। आरोपी मेघराज परिवादी के साथ दौसा जेल में बंद था, जिससे उसका परिचय हो गया। आरोपी जमानत पर रिहा होने के बाद परिवादी के घर आया और अलग-अलग दिन परिवादी के परिजनों से जमानत करवाने के नाम पर 25 लाख रुपए हड़प लिए तथा उनकी पत्नी के साथ जबरन दुष्कर्म किया।
कोतवाली थानाधिकारी ने बताया कि आरोपी मेघराज मीना ने सरकारी नौकरी लगवाने एवं जमानत करवाने का झांसा देकर पैसे हड़पने के लिए गैंग बना रखी थी। जब इस गैंग के विरुद्ध कोई प्रकरण दर्ज कराता था तो उसके खिलाफ आरोपी अपहरण एवं झूठा बलात्कार का प्रकरण दर्ज करा ब्लेकमेल करता था । गैंग द्वारा अपहरण एवं बलात्कार के दो प्रकरण सूरवाल एवं मलारना डूंगर थाने में दर्ज करवाए थे, दोनों प्रकरणों में एफआर लग चुकी है। इस गिरोह के खिलाफ थाना महुआ दौसा में नौकरी लगवाने के नाम पर दस लाख रुपए हड़पने का मामला भी दर्ज हुवा था, जिसमें मेघराज एवं उसका पिता कैलाशचंद गिरफ्तार हो चुके हैं।
मेघराज मीना की दौसा जेल में परिवादी हीरालाल मीना से परिचय हुआ था। इसी का फायदा उठाकर आरोपी ने जमानत करवाने का झांसा देकर 25 लाख रुपए हड़प लिए । आरोपी 25 लाख की धोखाधड़ी व बलात्कार के आरोप में फरार चल रहा था। इसके चलते आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस अधीक्षक द्वारा 10 हजार रुपए का ईनाम घोषित किया गया। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम का गठन कर जयपुर भेजा गया। पुलिस टीम ने आरोपी को जयपुर से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है ।