तिरुवनंतपुरम। भारत के स्टार विकेटकीपर-बल्लेबाज संजू सैमसन की रणजी ट्रॉफी में वापसी ने केरल क्रिकेट में उत्साह और उम्मीदों की नई लहर ला दी है। करीब एक साल बाद वह फिर से लाल गेंद क्रिकेट में उतरने जा रहे हैं। केरल की टीम 15 अक्टूबर से महाराष्ट्र के खिलाफ रणजी ट्रॉफी 2025–26 सीजन का पहला मुकाबला खेलेगी और सैमसन की वापसी इस मैच का सबसे बड़ा आकर्षण होगी। संजू सैमसन ने आखिरी बार पिछले साल कर्नाटक के खिलाफ पहला श्रेणी (फर्स्ट क्लास) मैच खेला था। पिछले एक साल से राजस्थान रॉयल्स की कप्तानी और भारतीय टी20 टीम का हिस्सा रहने के कारण वे ज्यादातर टी20 और वनडे प्रारूपों पर फोकस कर रहे थे, लेकिन अब एक बार फिर वह केरल की सफेद ड्रेस में मैदान पर उतरेंगे। इस सीजन में केरल की कप्तानी मोहम्मद अजहरुद्दीन के हाथों में होगी, जबकि बाबा अपराजित को उपकप्तान बनाया गया है। टीम मैनेजमेंट ने सैमसन को फ्री रोल देते हुए राष्ट्रीय टीम में उनके आगामी चयन को भी ध्यान में रखा है।
संजू की वापसी क्रिकेट से बढ़कर एक भावनात्मक क्षण है। पिछले वर्ष उनका केरल क्रिकेट संघ (केसीए) से टकराव सुर्खियों में रहा था। विजय हजारे ट्रॉफी टीम से बाहर किए जाने के बाद विवाद गहराया था। उनके पिता ने केसीए पर पक्षपात के आरोप लगाए थे, तो राजनीतिक नेता शशि थरूर ने भी इस मुद्दे पर सवाल उठाए थे। वहीं केसीए ने अनुशासनहीनता को आधार बताते हुए अपने फैसले का बचाव किया था। इस विवाद ने न सिर्फ सैमसन के लिए मुश्किलें खड़ी कीं, बल्कि केरल की घरेलू टीम पर भी असर डाला। केरल क्रिकेट लीग में शानदार प्रदर्शन के बाद सैमसन और संघ के बीच दूरियां कम होती दिखीं। रणजी टीम में उनकी वापसी को एक तरह से “नई शुरुआत” के रूप में देखा जा रहा है — जहां प्रतिभा और प्रबंधन के बीच सुलह की झलक दिखती है। सैमसन इस सीजन की शुरुआत में टीम के साथ रहेंगे और फिर 29 अक्टूबर से शुरू हो रही भारत-ऑस्ट्रेलिया टी20 श्रृंखला में राष्ट्रीय टीम से जुड़ेंगे। इस बीच उनका महाराष्ट्र के खिलाफ पहला मुकाबला खेलना लगभग तय माना जा रहा है। टीम मैनेजमेंट को उम्मीद है कि सैमसन की मौजूदगी से ड्रेसिंग रूम में आत्मविश्वास और ऊर्जा दोनों बढ़ेगी। पिछले सीजन में केरल ने फाइनल तक पहुंचकर शानदार प्रदर्शन किया था और इस बार टीम ट्रॉफी जीतने का सपना देख रही है।

संजू सैमसन की केरल रणजी टीम में वापसी, लाल गेंद क्रिकेट में नए अध्याय की शुरुआत
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