कोटा। जिला कलक्टर पीयूष समारिया ने निर्देश दिए हैं कि बैंक केंद्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं में वित्तीय भूमिका सजगता और तत्परता से निभाएं ताकि योजनाओं का लाभ वास्तविक पात्र व्यक्तियों को समय पर मिल सके। कलक्टर श्री समारिया बुधवार को जिला स्तरीय समीक्षा बैठक एवं समन्वय समिति की बैठक (बैंकर्स) की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी बैंक विभिन्न योजनाओं के लंबित आवेदनों का निस्तारण प्राथमिकता से करें। साथ ही विभागीय अधिकारी बैंकों से समन्वय स्थापित कर आवेदनों के निस्तारण को गति दें। आवेदन लंबित रहने के कारण जानकर उनके निस्तारण के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए। सामाजिक सुरक्षा योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, सीएम स्वनिधि योजना, पीएम अजय,पीएमएफएमई सहित अन्य योजनाओं में आवेदनों के निस्तारण की स्थिति, वार्षिक साख योजना, सीडी रेशो की विस्तार से समीक्षा की गई। जिला कलक्टर ने कहा कि अधिकारीगण एवं बैंक आपसी समन्वय स्थापित कर इन योजनाओं के माध्यम से आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों को मुख्यधारा में लाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं। जिले की वार्षिक ऋण योजना की उपलब्धि लगभग 50ः होने पर कलेक्टर महोदय द्वारा इसकी प्रशंसा भी की गई। अग्रणी जिला बैंक द्वारा प्रकाशित वार्षिक साथ योजना पुस्तिका का विमोचन भी कलेक्टर द्वारा किया गया। अग्रणी जिला प्रबंधक दिलीप कौर ने वित्तीय समावेशन शिविरों की प्रगति एवं उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी और बताया कि ष्आओ गांव चलेंष् अभियान से इन शिविरों को जोड़ा गया है और इनका लाभ अभियान के दौरान अधिक व्यापक रूप में मिल सकेगा। बैठक में भारतीय रिज़र्व बैंक से सुश्री मृदुल माहेश्वरी, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के क्षेत्रीय प्रबंधक गौरव त्यागी, जिले के समस्त बैंक समन्वयक, संबंधित विभागों के अधिकारीगण एवं वित्तीय संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

कोटा : अधिकारी बैंकों के साथ समन्वय कर योजनाओं की प्रभावी क्रियान्विति कराएं- जिला कलक्टर’, डी.एल.आर.सी. बैठक में दिए निर्देश
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