– जोधपुर आर्ट्स वीक का हुआ भव्य उद्घाटन, आर्टवॉक व लाइव आर्ट डिस्प्ले रहा ख़ास
-स्थानीय कलाकार, विंटेज भारत और मॉडर्न आर्टफ़ोर्म्स के स्वरूपों से सजा दिखा जोधपुर आर्ट्स वीक
जोधपुर। प्रदेश का लोकप्रिय कला महोत्सव जोधपुर आर्ट्स वीक अपने नए अध्याय के साथ एक ब्लू सिटी में शुरू हुआ। सात दिवसीय इस कला उत्सव का उद्घाटन श्री सुमेर स्कूल में किया गया जहां गणमान्य अतिथियों के बीच पाटी के ट्रस्टी, मैनेजिंग डायरेक्टर और चेयरमैन इरफ़ान रज़ाक, प्रेसिटीज ग्रुप के जॉइंट मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. रिज़वान रज़ाक, प्रेस्टीज ग्रुप के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर फैज़ रिज़वान, अल्मास रिज़वान व पाटी की संस्थापक सना रिज़वान सहित पाटी की डायरेक्टर एमा समनर ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का आग़ाज़ किया। इस दौरान क्यूरेटर्स तपिवा मत्सिंदे (यूके/ज़िम्बाब्वे) व साक्षी महाजन (यूके/भारत) सहित पाटी के सभी टीम मेंबर्स मौजूद रहे। दुनियाभर से आए आर्टलवर्स ने राजस्थान की प्रष्टभूमि को समझने के लिए महोत्सव में मौजूद विभिन्न आर्टफ़ॉर्मस की प्रस्तुति की गई। जिसमें स्थानीय कलाकार, समुदाय, विंटिज भारत और मॉडर्न आर्टफ़ोर्म्स की जुगलबंदी ख़ास रही, ऐसे में इस अध्याय की थीम ‘हथ रो हुनर – स्किल औफ़ द हैंड’ को साकार किया गया।
इस दौरान पाटी के ट्रस्टी, मैनेजिंग डायरेक्टर और चेयरमैन इरफ़ान रज़ाक ने बताया कि आर्ट के प्रति लोगों और युवाओं के उत्साह को देख कर काफी ख़ुशी हो रही है। जहां राजस्थान की कला और संस्कृति की बढ़ोतरी की दिशा में देशभर से आए आर्टिस्ट और आर्ट लवर्स का पैशन देखना देश के लिए बहुत बड़ी बात है। इन खूबसूरत राजस्थानी धरोहरों को प्राचीन और आधुनिक कला से सजा कर जोधपुर को और रंगमई कर दिया है। प्रेसिटीज ग्रुप के जॉइंट मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. रिज़वान रज़ाक ने बताया कि जोधपुर के गणमान्य लोगों के बीच कला का ये उत्साह देख कर काफी ख़ुशी हुई। राजस्थान के सबसे बड़े कला महोत्सव में मौजूदा समय के आर्टिस्ट और प्राचीन इमारतों की कलाकृतियों का एक शानदार समावेश देखने को मिला। जहां देश ही नहीं दुनिया के कई जाने-माने आर्टिस्ट्स के बीच ही पुराने राजस्थान की कलाओं की भी प्रस्तुति देखने को मिली। वहीं पाटी की संस्थापक सना रिज़वान ने बताया कि जोधपुर मेरे लिए एक लगाव और प्रेरणा है, यहां हमेशा से कला के साथ नए प्रयोगों को स्वीकारा गया है। यहीं कारण है कि मैंने इस आर्ट फेस्टिवल के लिए जोधपुर को चुना, ये यहां इस महोत्सव का दूसरा अध्याय है और इस साल हमने कला के नए मापदंडों को छूने की कोशिश की है। इस महोत्सव के जरिए देश के आर्ट को ग्लोबल मंच प्रदान किया जा रहा है जिसमें जोधपुर का बहुत बड़ा योगदान है।
पहले दिन ये रहा ख़ास – ढलते दिन के साथ शुरू हुई आर्टवॉक की शुरुआत श्री सुमेर स्कूल से होते हुए मायला बाघ झालरा, जिसके बाद राजमहल गर्ल्स हायर सेकंडेरी स्कूल से तूरजी का झालरा और अंत पर घंटा घर पर समाप्त हुई। इस उत्सव के पहले दिन का समापन संध्या ‘तेरा ताड़ी प्रदर्शन’ कालबेलिया संगीत और नृत्य की जीवंत लय से हुआ। जहां प्रसिद्ध सुवा देवी और उनका दल तूरजी का झलरा (बावड़ी) की अद्भुत पृष्ठभूमि में प्रस्तुति दी। यह एक अविस्मरणीय शाम रही, जहां धरोहर, आंदोलन और सुर एक साथ जीवंत हुए। पूरे विश्व से आए आर्टिस्ट्स और डिज़ाइनर्स, अकु ज़ेलियांग, अनीता रेड्डी एवं सिद्धि समुदाय कारीगर, अफ्रा शेम्ज़ा, आयेशा सिंह, अवधेश ताम्रकार, चीला कुमारी बर्मन, धक़ान कलेक्टिव, गास्पार्ड कॉम्बेस, जेनजुम गाड़ी, कैमुराई, लक्ष्मी प्रिया पाणिग्रही, पुनीत कौशिक, राख्स मीडिया कलेक्टिव, रॉ मैंगो, ऋचा आर्या, शैलेश बी.आर., सरुहा किलारु, थियो पिंटो, ज़ेवियर वोंग और फ्लोटिंग कैनवास कंपनी अपनी कारीगिरी और कलेक्शन शोकेस करेंगे। यह महोत्सव 1×1 आर्ट गैलरी, अनंत आर्ट, ब्लूप्रिंट12, ब्रिटिश काउंसिल इंडिया, एग्ज़िबिट 320, गैलरी एस्पेस, इंस्टिट्यू फ्रांसे, आरएमजजेड फाउंडेशन, रुपायण संस्थान, श्राइन एम्पायर और स्टोन एक्स जैसे प्रमुख सहयोगियों के समर्थन से आयोजित हुआ। साथ ही, दसपन हाउस, जोधपुर विकास प्राधिकरण, नगर निगम जोधपुर, खास बाग, और सन सिटी जैसे स्थलों का भी महत्वपूर्ण सहयोग मिल रहा है।

1 से 7 अक्टूबर तक आयोजित होगा जोधपुर आर्ट्स वीक, जोधपुर के विभिन्न स्थलों पर होगी कला प्रदर्शित
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