जयपुर। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा 14 दिसंबर, 2025 को दिल्ली में आयोजित होने वाली ‘वोट चोर-गद्दी छोड़’ महारैली की तैयारियों और प्रदेश में चुनाव आयोग द्वारा चलाए जा रहे एसआईआर अभियान की समीक्षा के लिए आज राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। यह बैठक प्रदेशाध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा की अध्यक्षता में प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय, जयपुर पर सम्पन्न हुई। बैठक में कांग्रेस ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए दावा किया कि भाजपा प्रदेश में कांग्रेस के पक्ष में मतदान करने वाले मतदाताओं के नाम काटकर चुनाव में लाभ प्राप्त करना चाहती है। प्रदेशाध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने सभी पदाधिकारियों और जिलाध्यक्षों को संबोधित करते हुए कहा कि 14 दिसंबर को दिल्ली में होने वाली महारैली में राजस्थान की सहभागिता सर्वाधिक होनी चाहिए। उन्होंने निर्देश दिया कि प्रदेश से 50 हजार से अधिक कांग्रेस कार्यकर्ता इस रैली में भाग लेंगे। डोटासरा ने जिलाध्यक्षों और प्रभारियों को निर्देश दिया कि वे अगले तीन दिनों के भीतर जिला कांग्रेस कमेटी की बैठकें बुलाकर रैली की तैयारियों को अंतिम रूप दें। उन्होंने सभी महत्वपूर्ण कांग्रेसजनों, विधायकों, प्रत्याशियों और पंचायती राज प्रतिनिधियों को व्यक्तिगत रूप से संपर्क कर आमंत्रित करने का आह्वान किया। डोटासरा ने एसआईआर अभियान को लेकर बड़ी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने देशभर में भाजपा द्वारा चुनाव आयोग से मिलकर की जा रही वोट चोरी को उजागर किया है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे यह जिम्मेदारी निभाएँ कि किसी भी पात्र मतदाता का नाम एसआईआर अभियान में न कटे। डोटासरा ने दावा किया कि चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में 27 लाख से ज्यादा मतदाताओं के फॉर्म ‘अनकलेक्टेड’ बताए गए हैं, जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि चुनाव आयोग इस प्रक्रिया के माध्यम से प्रदेश में 25 लाख मतदाताओं के नाम काटने की मंशा रखता है। उन्होंने चेतावनी दी कि “चालीस से अधिक विधानसभा क्षेत्र ऐसे हैं जहाँ 25 हजार से 35 हजार तक मतदाताओं के फॉर्म अनकलेक्टेड दर्शाए जा रहे हैं। इसलिए बहुत ही जिम्मेदारी पूर्वक इन मतदाताओं की समीक्षा और जानकारी कांग्रेस के स्थानीय बीएलए को करनी होगी, अन्यथा भाजपा चुनाव आयोग से मिलकर कांग्रेस के मजबूत स्थानों से मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से कटवा देगी। इसे रोकने का दायित्व सभी कांग्रेसजनों पर है।” डोटासरा ने इस अभियान की प्रतिदिन समीक्षा करने और पार्टी के बीएलए (बूथ लेवल एजेंट) से उनके बूथों पर हो रहे कार्य की रिपोर्ट लेने का निर्देश दिया। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि जिलाध्यक्ष का दायित्व बहुत महत्वपूर्ण होता है और आज देश का लोकतंत्र खतरे में है। उन्होंने कहा, “देश किस दिशा में जा रहा है, यह किसी को नहीं पता, इसलिए लोकतंत्र की रक्षा हेतु सभी कांग्रेसजनों को एकजुट होकर लोकतंत्र बचाने की इस लड़ाई में शामिल होना पड़ेगा। एआईसीसी महासचिव सचिन पायलट ने कहा कि सभी कांग्रेसजनों को अपने मतदाताओं के वोट के अधिकार की रक्षा करनी होगी, “क्योंकि यदि मतदाताओं के नाम ही वोटर लिस्ट से कट गए तो चुनावों में कुछ हासिल नहीं होगा।” राजस्थान प्रभारी सुखजिन्दर सिंह रंधावा ने कांग्रेसजनों को अनुशासन के साथ कार्य करने और भाजपा के तानाशाही शासन से देश को मुक्त करवाने की लड़ाई में जुटने का आह्वान किया। बैठक में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, एआईसीसी सचिव चिरंजीवी राव एवं सुश्री पूनम पासवान, और धीरज गुर्जर सहित प्रदेश कांग्रेस पदाधिकारी, जिलाध्यक्ष और अग्रिम संगठनों के प्रमुख शामिल रहे।

जयपुर: वोट चोर-गद्दी छोड़ महारैली की तैयारी : भाजपा, चुनाव आयोग से मिलकर कटवा रही है 25 लाख वोट : कांग्रेस
ram


