जयपुर। अलवर के 6 वर्षीय जसप्रीत सिंह के साथ हुआ एक दर्दनाक हादसा रविवार को चिकित्सा विज्ञान के लिए मिसाल बन गया। 20 जुलाई की शाम करीब 6 बजे घर के पास खेलते समय जसप्रीत घास काटने वाली मशीन की चपेट में आ गया। हादसा इतना भयावह था कि उसकी कलाई के ऊपर से पूरा हाथ कटकर अलग हो गया। घर में चीख-पुकार मच गई, लेकिन इस अफरातफरी में भी मां ने अद्भुत साहस और सतर्कता का परिचय दिया। उन्होंने कटे हाथ को पॉलीथिन में रखा, बर्फ में सुरक्षित किया और रात 9:15 बजे पिता के साथ सीधे SMS हॉस्पिटल के ट्रॉमा सेंटर पहुंचीं। अस्पताल पहुंचते ही प्लास्टिक सर्जरी विभाग की टीम ने इमरजेंसी में ऑपरेशन शुरू किया। विभागाध्यक्ष और वरिष्ठ आचार्य डॉ. प्रदीप गुप्ता के निर्देशन में सहायक आचार्य डॉ. आकांक्षा वशिष्ठ, सीनियर रेजिडेंट डॉ. हर्षा रेड्डी, डॉ. साक्षी कश्यप, डॉ. समृद्धि गुप्ता, डॉ. दिलप्रीत कौर, डॉ. शुभम रानी, डॉ. अनामिका और डॉ. रूपल ने करीब 6 घंटे तक लगातार सर्जरी की। इस दौरान हाथ की ड्डियों, नसों, रक्त वाहिकाओं और त्वचा को बारीकी से जोड़ा गया। डॉ. आकांक्षा वशिष्ठ ने कहा, “मैं परिजनों की सतर्कता को सलाम करती हूं। अगर हाथ को सही तरीके से बर्फ में सुरक्षित नहीं किया जाता और समय पर अस्पताल नहीं लाया जाता, तो यह संभव नहीं था।” इस सफल सर्जरी ने एक बार फिर साबित कर दिया कि समय पर उपचार, सही मेडिकल प्रोसेस और मजबूत इरादों से असंभव भी संभव हो सकता है। SMS अस्पताल की इस कामयाबी ने न केवल डॉक्टरों की कुशलता बल्कि एक मां के साहस और तत्परता को भी नई पहचान दी है, जिसे आज पूरा शहर सलाम कर रहा है।

जयपुर: जयपुर में चिकित्सा चमत्कार: SMS हॉस्पिटल ने 6 साल के बच्चे का कटा हाथ जोड़ा
ram


