
शाकाहारी-सदाचारी होना जरूरी है। तामस शरीर से भजन नहीं हो सकता। समाज में व्याप्त हिंसा और अपराध केवल अशुद्ध खान-पान के कारण है। इसलिये शाकाहार अपनाने के साथ शराब जैसे घातक नशों का त्याग बहुत जरूरी है।इस अवसर पर संस्था के महामन्त्री बाबूराम यादव, जयगुरुदेव आश्रम मथुरा के प्रबन्धक सन्तराम चौधरी, बिहार प्रदेश के अध्यक्ष मृत्युन्जय झा, दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष विजय पाल सिंह सहित राजस्थान संगत के प्रान्तीय अध्यक्ष विष्णु कुमार सोनी, उपाध्यक्ष हरिनारायण ‘भोपा जी’, अध्यक्ष संगत अजमेर राजेन्द्र सोनी, फूल सिंह रावत, रामधन जाट, रामराज जाट, लालाराम मीणा, भगवन्त सरपंच, साँवरा जाट आदि मौजूद रहे।