हिंद-प्रशांत स्थिरता बनाए रखने के लिए सशस्त्र बलों का मिलकर काम करना महत्वपूर्ण: ब्रिटेन

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तमिलनाडु के सुलूर में अभ्यास ‘तरंगशक्ति’ का पहला चरण मंगलवार को शुरू हुआ। यह अभ्यास रॉयल एयर फोर्स (आरएएफ) को एक चुनौतीपूर्ण वातावरण’ में अन्य देशों के साथ भारतीय वायुसेना के साथ मिलकर काम करने का मौका देता है, जिससे उसकी अंतर-संचालन क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।
ब्रिटेन की सरकार ने यह बात कही। भारतीय वायु सेना (आईएएफ), रॉयल एयर फोर्स (आरएएफ), जर्मनी, स्पेन और फ्रांस की वायुसेना इस पहले बहुपक्षीय अभ्यास के पहले चरण में भाग ले रहे हैं। देश के सबसे बड़ा बहुपक्षीय हवाई अभ्यास ‘तरंग शक्ति’ का पहला चरण छह से 14 अगस्त तक तमिलनाडु के सुलूर में आयोजित किया जा रहा है।ब्रिटेन सरकार ने एक बयान में कहा कि 130 कर्मियों, छह ‘यूरोफाइटर टाइफून’, दो ‘ए330 वॉयजर एयर-टू-एयर रिफ्यूलर’ और एक ‘ए-400एम’ सैन्य परिवहन विमान से युक्त आरएएफ दल तमिलनाडु के सुलूर वायुसेना स्टेशन पर पहुंच गया है।

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