जयपुर। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जयपुर सहित 17 जिलों के विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की सुविधा के लिए अब तक हीरापुरा में मती कमला देवी बुधिया राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में संचालित ‘राज्य मॉडल संदर्भ कक्ष‘ को जवाहर लाल नेहरू मार्ग स्थित सेठ आनंदीलाल पोद्दार राजकीय बधिर उच्च माध्यमिक विद्यालय में स्थानांतरित करने का निर्णय लिया गया है। इस पहल से ‘राज्य मॉडल संदर्भ कक्ष‘ से सम्बंधित सभी जिलों के साथ-साथ सेठ आनंदीलाल पोद्दार बधिर विद्यालय के विशेष आवश्यकता वाले विद्यार्थियों को भी मौके पर कई प्रकार की विशिष्ट सेवाएं उपलब्ध हो सकेगी।
यह जानकारी देते हुए स्कूल शिक्षा विभाग के शासन सचिव नवीन जैन ने बताया कि समावेशी शिक्षा में दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम- 2016 के तहत दिव्यांगता की समस्त 21 श्रेणियों में विशेष आवश्यकता छात्र-छात्राओं को सम्बलन प्रदान करने के लिए जयपुर में ‘राज्य मॉडल संदर्भ कक्ष‘ सत्र 2022-2023 से संचालित किया जा रहा है। यह केन्द्र जयपुर के अलावा टोंक, दौसा, भरतपुर, अलवर, धौलपुर, सवाईमाधोपुर, सीकर, बीकानेर, नागौर, बून्दी, अजमेर, हनुमानगढ़, गंगानगर, चुरू, करौली एवं झुंन्झुनू जिलों के विशेष आवश्यकता वाले विद्यार्थियों को सेवाएं प्रदान करने के लिए संचालित है।
शहर के बीच में आसानी से मिलेगी सेवाएं-
शासन सचिव ने बताया कि अब तक इस संदर्भ कक्ष के जयपुर शहर से दूर हीरापुरा में संचालन के कारण इन जिलों से आने वाले संबंधित दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए असुविधाजनक था। साथ ही जेएलएन मार्ग पर चल रहे सेठ आनन्दीलाल पोद्दार राजकीय बधिर उच्च माध्यमिक विद्यालय के विशेष आवश्यकता वाले विद्यार्थियों को भी हीरापुरा तक पहुंचने में काफी परेशानी होती थी और वे बहुत कम संख्या में इसकी सेवाओं का लाभ उठा पाते थे। इसे देखते हुए ‘राज्य मॉडल संदर्भ कक्ष‘ को जयपुर शहर के बीच में जेएलएन मार्ग पर सुविधाजनक जगह पर स्थानांतरित करने का निर्णय लिया गया है। यहां अन्य जिलों के दिव्यांग विद्यार्थी भी सुगमता से पहुंच कर सेवाओं का लाभ ले सकते हैं।
इन सुविधाओं का मिलेगा फायदा-
जैन ने बताया कि जेएलएन मार्ग पर चल रहे सेठ आनन्दीलाल पोद्दार राजकीय बधिर उच्च माध्यमिक विद्यालय में स्थानांतरित इस राज्य मॉडल संदर्भ कक्ष में दिव्यांग विद्यार्थियों को फिजियोथैरेपिस्ट, ऑडियोलॉजिस्ट और स्पीच थैरेपिस्ट जैसे विशेषज्ञों द्वारा विशेष थेरेपी की सुविधा मिलेगी। वहीं साइकोलोजिस्ट के द्वारा आईक्यू असेसमेन्ट चिह्नीकरण की सेवाएं भी सुलभ होगी। केन्द्र पर स्कूल के विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के सहयोग के लिए विशेष शिक्षक एवं आया की सेवाओं के अलावा थैरेपीयूटिक उपकरणों की सुविधाएं भी मिलेगी।