गुढ़ागौड़जी नगरपालिका अध्यक्ष ने ज्ञापन लेने से किया इनकार मीडिया पहुंची मौके पर फिर लिया ज्ञापन

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पालिका अध्यक्ष ने कहा मामले की किसी भी एजेंसी से जांच कराओ हमें कोई आपत्ति नहीं है
उदयपुरवाटी. नगरपालिका के बाद अब गुढ़ागौड़जी नगरपालिका भी विवादों में आ गई है। बुधवार को जब पार्षद प्रतिनिधि व समाजसेवी भोजराज गुढ़ा नगर पालिका दफ्तर पहुंचे और पालिका अध्यक्ष को गुढ़ागौड़जी में लगभग करोड रुपए के हुए सफाई टेंडर में अनियमित के खिलाफ ज्ञापन देने गए थे। जिस पर भोजराज गुढ़ा ने आरोप लगाते हुए कहा कि पालिका दफ्तर में अध्यक्ष के बेटे के कहने पर पालिका अध्यक्ष ने ज्ञापन लेने से इनकार कर दिया। जिसके बाद मीडियाकर्मियों को मामले की सूचना मिली और मौके पर पहुंचे जब मीडियाकर्मियों ने पालिका अध्यक्ष सवाल जवाब किया तो मीडिया कर्मियों की मौजूदगी में पालिका अध्यक्ष ने ज्ञापन ले लिया। जल्द ही मामले में निष्पक्ष जांच करवाने का आश्वासन दिया। ज्ञापन में भोजराज गुढ़ा ने बताया कि नगर पालिका में जो सफाई टेंडर हुआ है उसमें फर्जी तरीके से पर्याप्त आदमी काम नहीं कर रहे हैं।जोकि पालिका क्षेत्र में साफ सफाई नहीं हो रही है। और टेंडर में 105 कर्मियों की संख्या के आधार पर कागजों में महज खानापूर्ति की जा रही है। जबकि मौके पर इतने व्यक्ति कहीं भी काम नहीं कर रहे और पालिका क्षेत्र में साफ सफाई नहीं हो पा रही है।जिसको दुरुस्त करवाने की मांग को लेकर ज्ञापन दिया गया था।वहीं ज्ञापन में बताया कि गलत तरीके से 105 लोगों की स्थान पर रोज गलत हाजिरी भर कर महज कागजों में खानापूर्ति की जा रही है। वहीं उन्होंने मांग करते हुए कहा कि मौके पर सफाई कर्मियों के पास आईडी कार्ड हो और ड्रेस कोड हो जबकि टेंडर की नियम शर्तों में सफाई कर्मियों के पास ड्रेस कोड और आईडी कार्ड होना बताया है।जबकि नियम शर्तों के अनुसार  नहीं तो इतने कर्मचारी काम कर रहे हैं और ना ही किसी के पास ड्रेस कोड और आईडी कार्ड है।इस दौरान टेंडर की नियम शर्तों के अनुसार पूरी तरह नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है। और इस तरह की गतिविधियां होने पर पालिकाध्यक्ष सफाई टेंडर को निरस्त कर सकता है। जबकि एक महीने पहले ही सफाई का टेंडर हुआ है।उससे पहले ही इस तरह की हरकतें की जा रही है। ज्ञापन देने वाले समाजसेवी भोजराज गुढ़ा ने सफाई टेंडर को निरस्त करने की मांग की है।
*पालिका अध्यक्ष रामावतार दायमा ने दी सफाई*
ज्ञापन लेने से इंनकार करने वाले ऐसी कोई बात नहीं है। ज्ञापन आते ही मैंने ज्ञापन ले लिया है। पालिका अध्यक्ष ने कहां है कि में सभी पार्षदों को निर्देशित कर दिया है।जिन वार्डों में सफाई नहीं हो रही है या सफाई कर्मी नहीं पहुंच रहे हैं।उनकी सूचना दें। सफाई निरीक्षक को कह दिया है। कि प्रतिदिन की रिपोर्ट के आधार पर ही भुगतान किया जाएगा। टेंडर के नियमों के अनुसार सभी नियम फॉलो करवाएंगे ऐसी कोई बात नहीं है। उच्च अधिकारियों को कह कर टेंडर के नियम शर्तों की पालना करवाएंगे। शिकायतकर्ता कहीं भी शिकायत कर के किसी भी एजेंसी से मामले की जांच करवा सकता है। हम जांच करवाने के लिए तैयार है।
*कई पार्षदों ने कहा हमारे तो हो रही है साफ सफाई*
कई पार्षद ने अपने ही मुंह से कहा कभी 15 सफाईकर्मी लगते हैं।कभी 20 सफाईकर्मी लगते हैं।लेकिन हमारे वार्ड में तो साफ सफाई हो रही है।अन्य वाडो का हमें पता नहीं।भ्रष्टाचार का कोई सिस्टम नहीं है।जो हो रहा है वह अच्छा हो रहा है। हमें एक रूपया नहीं चाहिए। कई पार्षदों ने कहा सफाई कर्मियों के पास ड्रेस कोड आईडी कार्ड होना चाहिए। हमें आज पता चला है।अध्यक्ष से ड्रेस कोड आई कार्ड के बारे में बात करेंगे। पार्षद ने कहा हम 50 सफाई कर्मियों से ही खुश हैं। 50 कर्मी ही पालिका क्षेत्र में साफ सफाई करने के लिए पर्याप्त है।
*वहीं दूसरी तरफ वार्ड के लोगों ने जताया विरोध*
वही जब मीडिया टीम पालिका क्षेत्र के वार्ड में सफाई की हकीकत जाने के लिए पहुंची तो वार्डों में वार्ड के लोगों ने सफाई नहीं होने से नाराज लोगों ने विरोध जताते हुए कहा कि हमारे यहां इन वार्ड में आज तक सफाई नहीं हुई है। वही नालियां कचरे से अट़ी पड़ी है। महज सफाई कर्मी पालिका अध्यक्ष के घर के आस-पास सफाई करते हैं।ना कि पालिका क्षेत्र के सभी वार्डों में जबकि अधिकांश पालिका क्षेत्र में नालियों में कचरे से अटी पड़ी नजर आई। क्षेत्र में जगह-जगह फैल रहे कचरे को लोग लेकर लोगों ने विरोध जताया है।वहीं लोगों ने कहां कि कई बार पालिका अध्यक्ष व पार्षदों को अवगत करवाने के बाद भी नालियों की साफ सफाई नहीं हो रही है। वही कचरे से अटी पड़ी नालियों में मच्छर मक्खी पनप रही है।जिससे बीमारी फैलने की आशंका बनी हुई है।

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