जोधपुर। संसदीय कार्य, विधि एवं विधिक कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा ‘राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट’ के माध्यम सूर्यनगरी सहित संपूर्ण प्रदेश का कायाकल्प होगा। सभी जिलों में हो रहे इन्वेस्टर मीट में निवेशक उत्साह के साथ भाग लेकर करोड़ों रुपए के एमओयू करे रहे है। पटेल ने कहा मारवाड़ी समुदाय विश्व भर में उद्यमिता के क्षेत्र अपनी पहचान रखता है।आर्थिक चक्र देश एवं प्रदेश के विकास की मुख्य धुरी है। उन्होंने कहा निवेश से प्रदेश का समग्र आर्थिक विकास सुनिश्चित होगा। साथ ही, राजस्थान वर्ष 2027 तक ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर प्रदेश बन जाएगा। जिसकी बदौलत उद्योगों को आवश्यकता के अनुरूप बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी।
संसदीय कार्य मंत्री पटेल की अध्यक्षता में सोमवार को जोधपुर स्थित इण्डाना पैलेस में राइजिंग राजस्थान के तहत जोधपुर एवं जोधपुर ग्रामीण इनवेस्टर मीट कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान पटेल ने कहा राज्य सरकार मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के कुशल नेतृत्व में उद्यम प्रोत्साहन के लिए पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। साथ ही, औद्योगिक क्षेत्र को भूमि उपलब्ध करवाने के लिए ‘लैंड बैंक’ बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए भूमि आवंटन के नियमों का सरलीकरण किया जा रहा है। साथ ही जोधपुर की स्थानीय औद्योगिक समस्याओं के समाधान के लिए संबंधित विभागों एवं उद्यमियों के साथ बैठक कर समाधान किया जाएगा।
पटेल ने कहा सिंगल विंडो सिस्टम का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाएगा। प्रदेश सरकार द्वारा उद्योगों एवं उद्यमियों के अनुकूल नीतियों का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कहा पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना, यमुना जल समझौता, लिफ्ट केनाल तृतीय फेज सहित विभिन्न परियोजनाओं के कार्य पूर्ण होने पर उद्योगों के लिए आवश्यक जलापूर्ति सुनिश्चित की जाएगी।
इस अवसर पर राज्यसभा सांसद राजेंद्र गहलोत, सूरसागर विधायक देवेन्द्र जोशी, शहर विधायक अतुल भंसाली ने कार्यक्रम को सम्बोधित किया और अपने सुझाव और क्षेत्र की बातों को रखा। संभागीय आयुक्त डॉ प्रतिभा सिंह ने जोधपुर विकास प्राधिकरण द्वारा किए गए एमओयू एवं नवीन योजनाओं की जानकारी दी। जिला कलक्टर गौरव अग्रवाल ने निवेशक मीट का परिचय दिया और इस सम्बन्ध में किये गये प्रयासो से अवगत करवाया।
17 हजार 350 करोड़ रुपए के 289 एमओयू, 57 हजार लोगों को मिलेगा रोजगार
संसदीय कार्य मंत्री, संभागीय आयुक्त , जिला कलेक्टर एवं जनप्रतिनिधियों की प्रेरणा व सहयोग मिलने से आश्वस्त उद्यमियों ने जिले में 17 हजार 350 करोड़ निवेश के एमओयू किए गए। निवेश के फलस्वरुप जिले के लगभग 57 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है जिससे अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी व आर्थिक गतिविधियों में तेजी आएगी।
इन प्रमुख कंपनियों ने किया निवेश
इनवेस्टर मीट में सबसे बड़ा निवेशक मारवाड सीमेंट कंपनी रही । जो 2 हजार 300 करोड रूपये का निवेश कर जोधपुर ग्रामीण जिले के घोडावेट गांव में सीमेंट प्लान्ट स्थापित करेगी। जिससे 400 व्यक्तियों को रोजगार मिलने की संभावना है। साथ ही, एक राईफल निर्माण इकाई का भी प्रस्ताव आया। जिसमें 1 हजार 500 करोड रूपये के नवीन निवेश एवं 150 व्यक्तियों को रोजगार की संभावनाएं है। निवेश की दृष्टि से सबसे बडा सेक्टर रियल एस्टेट है, जो 3 हजार 732 करोड रूपये का निवेश कर 5 हजार 245 व्यक्तियों को रोजगार प्रदान करेगा। साथ ही, कृषि प्रसंस्करण, सौर ऊर्जा, हैण्डिक्राफ्ट, होटल एवं टूरिज्म, चिकित्सा एवं शिक्षा इत्यादि क्षेत्रों में भी काफी बडी मात्रा में निवेश किया जाना प्रस्तावित है।
इस मीट में लगभग 289 निवेशकों में से 204 निवेशकों के साथ एमओयू उद्योग एवं वाणिज्य विभाग द्वारा किया गया। जिसमें लगभग 8 हजार 940 करोड रूपये का निवेश होगा। साथ ही, जोधपुर विकास प्राधिकरण द्वारा भी 85 निवेशकों के साथ एमओयू किया गया। जो लगभग 8 हजार 400 करोड का निवेश करेंगे।