पिड़ावा। जैन संत परम वाक्केशरी आचार्य 108 श्री विनिश्चय सागर मुनि महाराज सहित 5 पिच्छिका का ससंघ मंगल मय मंगल प्रवेश बेण्ड़ बाजों के साथ पिड़ावा नगर में हुआ। जैन समाज प्रवक्ता मुकेश जैन चेलावत ने बताया कि इन्दौर 30 अप्रेल को पट्टाचार्य समारोह में शामिल होने के बाद पेंदल विहार करते हुवे उज्जैन, आगर, सुसनेर, सोयत से मंगलवार को प्रातः 8 बजें 56 दरवाजे बाई पास से नयापुरा, खांण्डुपुरा, सेठान मौहल्ला होते हुवे श्री सांवलिया पार्श्वनाथ दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र बड़ा मंदिर पहुंचे। जहां पर 108 श्री मौन सागर, मुनि सागर, मुक्ति सागर महाराज ने उनकी अगवानी की दोनों संधो का अदभुत मिलन हुआ। उसके बाद मंगल मय मंगलाचरण ब्रम्हचारी मंजुला दीदी के द्वारा कार्यक्रम की शुरुआत की गई। चित्र का अनावरण बृजेश जैन, केसरीमल सेक्रेटरी, सुरेश जैन गुरु, गोरव मुन्शी परिवार व शास्त्र भेंट आचार्य श्री को नयापुरा नवयुवक मंडल, श्री मुनि सागर को खांण्डुपुरा नवयुवक मंडल, श्री संयत सागर को शहर मौहल्ला नव युवक मण्डल द्वारा किया गया। गुरूदेव के पाद प्रक्षालन पुष्पेन्द्र जैन, अवधेश जैन, कालु जैन मिर्ची वाले, अविनाश जैन परिवार द्वारा की गई। उसके बाद मुनि सागर जी के प्रवचन हुवे और फिर आचार्य श्री ने अपनी मंगल मय वाणी से पूण्य और पाप की महीमा के बारे में बताया गया उन्होंने बताया कि भगवान किसी का कुछ कर्ता धरता नहीं है यह सब काम स्वयं के द्वारा किये गये पूण्य और पाप पर निर्भर करता है कार्यक्रम का संचालन मुकेश जैन चेलावत ने किया। आचार्य महाराज को रामगंजमंडी के श्रावक गण ने चातुर्मास के लिए श्री फल चढ़ाकर मंगल मय आशीर्वाद प्राप्त किया महाराज जी का चातुर्मास रामगंजमंडी में होगा।

आचार्य श्री विनिश्चय सागर महाराज का भव्य मंगल प्रवेश
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